बीबीए, बी.कॉम के छात्रों ने जानीं व्यापार की बारीकियां
जीएलए विश्वविद्यालय में अशर गु्रप के निदेशक ने बीबीए, बी.कॉम छात्रों को बताए उद्यमिता के गुर
मथुरा। व्यापार प्रबंधन के किसी पाठ्यक्रम में जितना महत्व किताबी ज्ञान का होता है उससे कई गुना अधिक महत्व व्यापार के प्रयोगात्मक पहलुओं को समझने का होता है। जीएलए विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट द्वारा रोल ऑफ एमरजिंग एंटरप्रेन्योर्स: नाउ एण्ड दैन विषय पर आयोजित अतिथि व्याख्यान में छात्र-छात्राओं को समय के साथ उद्योग जगत की बदलती आवश्यकताओं एवं कार्यप्रणाली से अवगत कराया।
अशर गु्रप के निदेशक श्रेयस चतुर्वेदी तथा अधिकारीगणों द्वारा विश्वविद्यालय के बीबीए, बीबीए फैमिली बिजनेस तथा बी.कॉम ऑनर्स के छात्र-छात्राओं के साथ अतिथि व्याख्यान एवं इंटरेक्टिव सेशन के माध्यम से संवाद स्थापित किया गया। रोल ऑफ एमरजिंग एंटरप्रेन्योर्स: नाउ एण्ड दैन विषय पर आयोजित इस अतिथि व्याख्यान में श्री चतुर्वेदी द्वारा छात्र-छात्राओं को समय के साथ उद्योग जगत की बदलती आवश्यकताओं एवं कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के उद्योग को चलाने में क्या-क्या कठिनाईयां आती हैं और किस प्रकार उचित प्रबंधन शिक्षा के माध्यम से आने वाली पीढ़ी में सफल उद्योगपति के गुण विकसित किए जा सकते हैं।
अतिथि व्याख्यान के पश्चात् विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभागाध्यक्ष (स्नातक) प्रो. सोमेश धमीजा के निर्देशन में विश्वविद्यालय के बीबीए फैमिली बिजनेस पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राओं ने अशर गु्रप के निदेशक श्रेयस चतुर्वेदी के साथ एंटरप्रेन्योरियल स्क्ल्सि विषय पर इंटरेक्टिव सेशन में भाग लिया और व्यापार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस सत्र में छात्र-छात्राओं द्वारा लगातार महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे गए। श्री चतुर्वेदी एवं अशर गु्रप के अन्य अधिकारियों मैनेजर राहुल एवं जयकांत तिवारी ने छात्र-छात्राओं के सभी प्रश्नों का प्रभावशाली ढंग से उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासा को शांत किया। श्री चतुर्वेदी ने छात्र-छात्राओं के बौद्धिक स्तर की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर अपार खुशी का अनुभव हो रहा है एवं वह छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व एवं ज्ञान से काफी प्रभावित हैं। विश्वविद्यालय के सेक्रेटरी सोसायटी एवं कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल ने श्री चतुर्वेदी से वार्तालाप करते हुए मथुरा एवं समीपवर्ती क्षेत्रों के बदलते औद्योगिक एवं शैक्षणिक वातावरण पर चर्चा की एवं उन्हें जीएलए विश्वविद्यालय की आगामी योजनाओं की भी जानकारी दी एवं उन्हें स्मृति चिन्ह् भेंट किया। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति एवं संस्थान के निदेशक प्रो. आनंद मोहन अग्रवाल ने अशर गु्रप के प्रतिनिधि मंडल से वार्तालाप करते हुए बताया कि संस्थान में संचालित व्यापार प्रबंधन के सभी पाठ्यक्रमों में उचित व्यावहारिक ज्ञान का भी समावेश है। जिसका पूर्ण लाभ छात्र-छात्राओं को मिलता है। प्रबंधन विभागाध्यक्ष प्रो. सोमेश धमीजा ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों द्वारा छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व को नए आयाम मिलते हैं एवं उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, जिससे कि आने वाले समय में सभी छात्र-छात्राएं अच्छे प्लेसमेंट के अवसर प्राप्त कर पाते हैं। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अरूणा धमीजा ने किया तथा मुख्य रूप से कृष्णवीर सिंह, त्रिलोक प्रताप सिंह, शिवकांत तिवारी, शुभि अग्रवाल, पवन शर्मा तथा पंकज अग्रवाल आदि का विशेष सहयोग रहा।