धक्का दिया, बालिका का हाथ टूटा
श्योपुर। अपनी लंबित मांगों को लेकर पिछले 13 दिन से अनिश्चितकालीन हडताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने शनिवार को राज्य सरकार की संविदा नीति की अर्थी निकाली।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनरतले आयोजित बेमियादी हडताल के तहत आज संविदा कर्मियों ने धरना स्थल पर संविदा नीति की अर्थी तैयार की और उसे कंधों पर उठाकर शहर में घुमाया गया। सबसे बडी बात तो यह थी कि बाकायदा गाजे-बाजे के साथ निकाली गई संविदा नीति की शवयात्रा में-रघुपत राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम-भजन भी गुनगुनाया गया।
बैंडबाजे के साथ गाए गए इस भजन की वजह से एक बारगी तो लोग चौंक गए कि आखिरकार शहर से आज कौन चल बसा,लेकिन असली माजरा तब समझ में आया,जब लोगों ने अपनी आंखों से अर्थी को देखा। संविदा कर्मी टोपी लगाए अर्थी के पीछे-पीछे चल रहे थे। जबकि चार लोग अर्थी को कंधा देते हुए चल रहे थे।