मंडलीय चेतावनी सम्मेलन में सैकड़ों राज्य कर्मचारी होंगे शामिल

*26 फरवरी के झांसी सम्मेलन की बनायी रणनीति
उरई (जालौन)। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिला इकाई ने आज विकास भवन स्थित कार्यालय में प्रांतीय आव्हान के आंदोलनात्मक द्वितीय चरण में झांसी मंडल पर 26 फरवरी को होने वाले चेतावनी सम्मेलन में संयुक्त परिषद से संबद्ध संगठनों व उनके साथियों की भागीदारी अधिकाधिक सुनिश्चित किये जाने के विषय में जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष विश्वकर्मा की अध्यक्षता व जिला मंत्री/सचिव लक्ष्मी नारायण गुप्ता के संचालन में बैठक आहूत हुयी।
बैठक में 20 दिसंबर 2015 की प्रांतीय कार्यकारिणी के निर्णयानुसार द्वितीय चरण के आंदोलन में 26 फरवरी को प्रदेश के सभी मंडलों पर चेतावनी सम्मेलन करते हुये आयुक्त के माध्यम से सरकार को सचेत करने के कार्यक्रम को झांसी मंडल में जनपद से सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी पहुंचकर सफल बनायेंगे। चेतावनी सम्मेलन को सफल बनाने को लेकर आहूत बैठक को संबोधित करते हुये यूप्री एग्रीकल्चर के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार चतुर्वेदी, रविन्द्र वर्मा ने कहा कि 25 फरवरी 2009 के लिखित समझौते को सरकार लागू करें अन्यथा कर्मचारी समाज आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि एसपी तिवारी के नेतृत्व में आयें और मंडलीय चेतावनी सम्मेलन में झांसी पहुंचकर सरकार को 15 सूत्रीय लंबित मांगों को माने जाने के लिये विवश करें। क्योंकि सरकार द्वारा छठे वेतन आयोग की वेतन विसंगतियां व एसीपी के साथ-साथ होमगार्डस, पुलिस विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, ग्राम रोजगार सेवकों, बेसिक शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, एएनएम, आशा बहुओं, प्राधिकरण कर्मियों, पंचायती राज की मांगों की भी पूर्ति आज तक सरकार द्वारा पूर्ण नहीं की गयी। साथियों जागो और जगाओ मंडलीय चेतावनी सम्मेलन में झांसी पहुंचे। बैठक में प्रमुख रूप से उमाशंकर कुशवाहा, आलोक कुमार सिंह, प्रमोद कुमार, रियाजुल हक, जितेंद्र गुप्ता, रामकुमार बाथम, श्यामनारायण वर्मा, रामऔतार, अशोक शिवहरे, आरपी रामसखा, इंदर सिंह चौहान, वसीउर्रहमान सिद्दीकी, आनंद याज्ञिक, आरके मिश्रा, कल्यान सिंह, प्रमोद वाजपेयी, इलयास मंसूरी, विकास गुप्ता, रवीन्द्र दुबे, प्रदीप अग्रवाल, हरीप्रसाद अवस्थी सहित अनेकों कर्मचारी उपस्थित रहे।