प्रशासन की कड़ाई के चलते नहीं चल सकी नकल, कुलपति भी आईं भिण्डपरीक्षा में सख्ती, पकड़े दर्जनभर नकलची

सेमेस्टर परीक्षाओं में नकल पर लगा अंकुश
भिण्ड। जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित हो रही बीए, बीएससी की परीक्षाओं में नकल पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई सख्ती का असर सोमवार को संपन्न हुए पेपर में देखने को मिला। जिसमें संपन्न हुई परीक्षा में मुख्यालय के अलावा अंचल भर में दर्जनों नकलचियों को पकड़ते हुए फार्म भरवाए गए।
सोमवार को संपन्न हुई बीए, बीएसी की सेमेस्टर परीक्षाओं को नकल विहीन बनाने के लिए जिलाधीश द्वारा अधिकारियों के पैनल बनाए गए थे। जिनके द्वारा जिले भर में बने परीक्षा केन्द्रों पर सख्ती से निगरानी की गई।
इसके अलावा एमजेएस लीड कालेज द्वारा गठित जांच दलों ने निरीक्षण करते हुए नकल रोकने के प्रयास किए। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को हुए पेपर में अकेले एमजेएस कालेज में 17, जैन कालेज में सात, मेहगांव शासकीय महाविद्यालय में चार, दैपुरिया कालेज मेहगांव में दो, गोरमी धीरसिंह महाविद्यालय में नौ, पटेल महाविद्यालय गोरमी में चार, गोहद सुंदरनाथ कालेज में तीन एवं दबोह में पांच और लहार क्षेत्र में कुल 12 परीक्षार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा।
कम संख्या में पहुंचे छात्र
ज्ञात हो कि सोमवार को संपन्न हुई परीक्षा में जिले भर में कुल 5606 परीक्षाथी शामिल होने थे, जिसमें से 165 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहते हुए 5447 ही परीक्षा देने के लिए केन्द्रों पर पहुंचे थे। इस दौरान जिले भर में कुल 63 परीक्षार्थियों को नकल करते हुए धरा गया। जिसके बाद उन सभी के खिलाफ नकल प्रकरण तैयार किए गए।
जांच को पहुंची कुलपति
जिले में युनिवर्सिटी परीक्षाओं के दौरान नकल रोकने के लिए सोमवार को जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला द्वारा स्वयं भ्रमण किया गया। इस दौरान उन्होंने जिला मुख्यालय एमजेएस कालेज सहित गोहद, गोरमी, मेहगांव में परीक्षाओं केन्द्रों का दौरा किया। जहां उन्होंने कालेज प्रबंधन को परीक्षाओं को नकल विहीन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के निर्देश दिए।
इनका कहना है
कालेज की परीक्षाओं के दौरान नकल रोकने के लिए युनिवर्सिटी प्रबंधन व जिला प्रशासन द्वारा पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। जिसके तहत नकल करने वाले 63 नकलचियों को पकड़ा है।
केएस यादव, प्राचार्य लीड एमजेएस कॉलेज भिण्ड