उपचुनाव में एनडीए सब पर भारी: मुजफ्फरनगर-मैहर समेत 7 सीटों पर मिली जीत
नई दिल्ली। आठ राज्यों की 12 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। भाजपा और उसके सहयोगियों ने इन 12 में से सात सीटें जीत ली हैं। वहीं कांग्रेस ने 2, सपा, तेलंगाना राष्ट्र समिति और माकपा को एक-एक सीट पर जीत मिली है। 12 में से चार सीटें भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने विपक्षी पार्टियों से छीनी हैं। इसके अलावा भाजपा त्रिपुरा की अमरपुर सीट पर दूसरे पायदान पर रही। सतना जिले की मैहर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी ने 27 हजार वोटों से जीत दर्ज की है.
उत्तर प्रदेश की तीन सीटों पर उपचुनाव हुए। इनमें बीकापुर(फैजाबाद) में सपा ने कब्जा बरकरार रखा। यहां से सपा उम्मीदवार आनंदसेन यादव ने जीत दर्ज की। वहीं मुजफ्फरनगर सीट भाजपा ने सपा से छीन ली। यहां से भाजपा के कपिल देव अग्रवाल ने 6000 मतों से जीत हासिल की। यह सीट भाजपा के प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई थी। मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने इस सीट पर प्रचार के लिए खुद मोर्चा संभाल रखा था। वहीं देवबंद सीट पर कांग्रेस ने विजय हासिल की। उपचुनावों से पहले तीनों सीटें सपा के पास थी।
इधर, बिहार, महाराष्ट्र और पंजाब में भाजपा के सहयोगी दलों ने बाजी मारी। बिहार की हरलाखी सीट आरएलएसपी उम्मीदवार 18 हजार मतों से जीती। पहले ये सीट राजद के पास थी। महाराष्ट्र के पालघर में शिवसेना उम्मीदवार जीते हैं। शिवसेना ने यह सीट बरकरार रखी है। वहीं पंजाब की खडूर साहिब सीट पर शिरोमणि अकाली दल ने कब्जा किया। कांग्रेस विधायक के इस्तीफे के बाद यह सीट खाली हो गई थी। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारा।
तेलंगाना की मेडक जिला सीट तेलंगाना राष्ट्र समिति ने जीत ली है। त्रिपुरा में अमरपुर सीट पर माकपा उम्मीदवार ने बाजी मारी। मध्य प्रदेश के मैहर और कर्नाटक में दो हब्बल व देवदुर्गा सीटों पर भी भाजपा विजयी रही। कर्नाटक की एक अन्य सीट बीदर पर कांग्रेस को जीत मिली।
मैहर में 27 हजार वोटों से भाजपा की जीत
सतना जिले की मैहर विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी ने 27 हजार वोटों से जीत दर्ज की है. त्रिपाठी ने कांग्रेस प्रत्याशी मनीष पटेल को बड़े बहुमत हरा दिया है. खास बात यह है कि भाजपा प्रत्याशी नारायण की मतगणना के हर राउंड में बढ़त बनी रही. पहले राउंड में वे कांग्रेस प्रत्याशी से 1200 वोटों से आगे रहे और उसके बाद यह सिलसिला काउंटिंग के सभी चरणों में चलता रहा.