कासगंज। तीर्थनगरी की चार दषक पुरानी साहित्य, संस्कृति, कला व सामाजिक विषयों की त्रैमासिक पत्रिका तुलसी मानस का आज नगरपालिका सभागार में विमोचन किया गया। सन् 1973 से 1980 तक चली इस पत्रिका का तीर्थ के सभ्रांत नागरिकों के सहयोग से पुन: प्रकाशन शुरू किया गया है।
विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केए कालेज के सचिव डा. विनय जैन ने कहा कि सूकरक्षेत्र की संस्कृति व साहित्य के प्रसारण के लिए यह पत्रिका महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। आकाशवाणी केंद्र से आये साहित्यकार डा.श्रीकृष्ण शरद ने कहा कि भगवान वराह व तुलसी की पावन धरा पर सांस्कृतिक आयोजन प्रेरणास्पद होते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आरएसएस के विभाग प्रचारक धर्मेंद्र ने कहा कि तुलसी का जीवन त्याग व तपस्या का अनूठा उदाहरण हैं उन्होंने रामचरित मानस रचकर संपूर्ण विश्व में रामनाम की महिमा फैलाई। इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. राधाकृष्ण दीक्षित ने तुलसी मानस पत्रिका के सूकरक्षेत्र की संस्कृति के प्रचार में योगदान पर प्रकाष डाला।
कार्यक्रम में मुकुल मान सिंह, सुनीति मान सिंह, डा. रानू शर्मा, डा. पूनम, सुरेषचंद्र बौहरे, रामप्रकाश महेरे, कुशलपाल सिंह पुंढीर, डा. एनपी सिंह हल्दिया, डा. सांत्वना पाराशर, कमाल हसन, श्री भगवान उपाध्याय, राधेश्याम पाराशर, संतोष मिश्र, रवींद्र कुमार सक्सैना, सुरेश त्रिवेदी, राधामोहन महेरे, स्वतंत्र अग्रवाल, डा. रविकांत गुप्ता, राकेश पांडेय आदि बडी संख्या में गणमन्य नागरिक उपस्थित थे।
साहित्यिक व सांस्कृतिक पत्रिका तुलसी मानस का किया विमोचन
Updated : 2016-02-14T05:30:00+05:30
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