कलेक्ट्रेट पर कांग्रेस ने केन्द्र सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
आगरा। नोटबंदी से आम जनता को हो रही परेशानी के लेकर आन्दोलरत कांग्रेसियों ने सोमवार को कलक्ट्रेट पर धावा बोला। केन्द्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 11 बजे हजारों की संख्या में जिला व शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सुभाष पार्क के सामने स्थित वाल्मीकि वाटिका पर एकत्रित हुए। यहां सभा की गई, जिसमें मुख्य अतिथि केएल वैरवा पूर्व सांसद राजस्थान ने अपने ओजस्वी भाषण से कार्यकर्ताओं में जोश का संचार किया। शहर अध्यक्ष हाजी अबरार हुसैन ने कहा कि नोटबंदी के बाद से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। बेटियों की शादी नहीं हो पा रही है, लेकिन केन्द्र सरकार कुछ नहीं कर रही है। कांग्रेस ने जनता की समस्या को दूर कराने का बीड़ा उठाया है। इसे पूरा करके ही दम लिया जाएगा। जिलाध्यक्ष दुष्यंत शर्मा ने भी कार्यकर्ताओं को उत्साहवर्धन किया। सभा करने के बाद कांग्रेसी पैदल मार्च करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। भीड़ को देखकर प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। हालांकि कांग्रेसियों ने शालीनता का परिचय देते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से देश में नोटबंदी से उत्पन्न हुई समस्या का निदान कराने के निर्देश केन्द्र सरकार को देने की मांग की है। इस दौरान राघवेन्द्र उपाध्याय, चौ. बच्चू सिंह, डॉ. मधुरिमा शर्मा, डॉ. एसके नारंग, धर्मेन्द्र शर्मा, अतीकुर्रहमान, परवाज अंजुम शाह, गीता सिंह कपिल गौतम, लच्मी नरायण सिंह, अरविन्द दौनेरिया, रामबाबू कन्नौजिया, चौ. बांकेलाल, बीपी पाठक, अरविन्द वाल्मीकि, नरेन्द्र त्यागी, जॉर्ज दास, हरिओम गुप्ता, सोनू सक्सैना, कर्नल उमेश वर्मा, मुरारी लाल गोयल, इन्द्रजीत सिंह, अंगद बेदी, रवि, आदर्श कुमार, अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
भाजपाइयों से हुई नोंकझोंक
नोटबंदी को लेकर कलक्ट्रेट पर कांग्रेसी प्रदर्शन कर रहे थे। कार्यकर्ता केन्द्र सरकार का विरोण करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे कि भाजपा कार्यकर्ता पहुंच गए। उन्होंने नरेन्द्र मोदी जिन्दाबाद के नारे लगाना प्रारम्भ कर दिया। दोनों ओर से जिन्दाबाद और मुर्दाबाद के नारे लगने लगे। कुछ देर में दोनों ओर से नोंकझोंक होने लगी। हालांकि पुलिस ने दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं को समझाकर मामले को शांत करा दिया।