आरक्षक टुइंया व कुलदीप को नशे ने बनाया लुटेरा

पिता की मौत के बाद मिली थी अनुकम्पा नियुक्ति
ग्वालियर। नर्स का मोबाइल लूटकर भागते समय पकड़े गए आरक्षक और उसके दोस्त को नशे ने लुटेरा बना दिया। वारदात के बाद पुलिस ने मौके से भागे दोस्त को भी गिरफ्तार कर मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। नर्सिंग होम से काम करके लौट रही नर्स सुनीधि सेन का मोाबाइल लूटने वाले मनीष श्रेत्रीय और कुलदीप शर्मा पक्के दोस्त हैं और दोनो स्मैक के नशे के आदी हैं। टुइंया उर्फ मनीष को अपने पिता तेगबहादुर की मृत्यु के बाद अनुकम्पा नियुक्ति मिली थी। जबकि कुलदीप के पिता विश्वेश्वर दयाल एसएएफ में तैनात है। बताया गया है कि टुइंया उर्फ मनीष ने नौकरी मिलने के बाद इसे गंभीरता से नहीं लिया। सुबह होते ही दोनों दोस्त नशा करके घूमते रहते हैं। वारदात के समय कुलदीप तो मौका मिलते ही फरार हो गया था जबकि आरक्षक मनीष रंगे हाथ पकड़ लिया गया था। कुलदीप का नाम सामने आते ही पुलिस ने रात में ही दबिश देकर उसे उठाकर उसके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल मोटरसाईकिल बरामद कर ली है। इस सम्बध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश कौशल ने जानाकरी देते हुए बताया कि मनीष के कार्यालय में सूचना भेज दी गई है।
नर्स ने मामला दर्ज कराने में की थी आनाकानी
सूत्र बताते है कि नर्स सुनीधि ने वारदात के बाद थाने मेंं मामला दर्ज कराने से ही मना कर दिया था। पुलिस भी उसकी बात से सहमत थी और लूट के प्रकरण को रफा दफा किया जा रहा था। अचानक पुलिस को सद्बुद्धि आ गई और फिर मनीष को थाने में ही बैठा कर मामला दर्ज करने की कार्रवाई की।
सराफा कारोबारी को लूटने वाले संदेही हिरासत में
उपनगर ग्वालियर थाना क्षेत्र के लोहामण्डी में सराफा कारोबारी राजेन्द्र जैन से 25 हजार ुरुपए लूटकर भागे बदमाशों को पकडऩे के लिए पुलिस जुटी हुई है,कुछ संदेहियों को पुलिस ने पकडक़र पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का दावा है कि उसे इस मामले में जल्दी ही सफलता मिल जाएगी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे में आए फुटेज में हुलिए के आधार पर दबिश देकर कुछ संदेहियोंं को पकडक़र थाने में बैठा लिया है। फरियादी से सामना कराने पर एक को पहचान लिया गया है जबकि उसके साथी पर उसे संशय है। सीसीटीवी कैमरे में आए बदमाशों को पुलिस पकडऩे के लिए रात से ही दबिश दे रही है। जल्दी ही पुलिस लूट के मामले का राजफाश कर देगी। थाना प्रभारी मदनमोहन मालवीय का कहना है कि आरोपियों को पकडऩे के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैँ। कुछ संदेही पकड़े भी हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है।