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सोना पुराने नोट से 45 और नए से 31 लाख रुपए किलो

सोना पुराने नोट से 45 और नए से 31 लाख रुपए किलो
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सोना-चांदी में जमकर निवेश हो रहा है कालेधन का
# ऑनलाइन खरीदारी करके बच सकते हैं नोटबंदी से
# 90 प्रतिशत एटीएम रहे खाली
# बैंको ने भी नहीं बदले नोट

ग्वालियर, न.सं.। शहर के सराफा बाजारों में पिछले कुछ दिनों से नोटबंदी का जबरदस्त असर देखने को मिल रहा है। बताया जा रहा है कि इस समय सराफा बाजार में बड़े स्वर्ण कारोबारियों द्वारा पुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों में लगभग 45 लाख रुपए किलो के के भाव पर सोना बेचा जा रहा है। वहीं अगर किसी को 100 एवं 50 रुपए और नई मुद्रा से सोना खरीदना है तो उसके लिए भाव मात्र 31 लाख रुपए किलो है। सोने की इस खरीद-फरोख्त में शहर के बड़े-बड़े धन्नासेठों द्वारा अपना कालाधन खपाया जा रहा है। सराफा बाजार में यह सारा काम बेहद ही गुपचुप तरीके से हो रहा है।

नोटबंदी को लेकर दस दिन पूरे हो गए हैं। बाजार में खुल्ले पैसों को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। पैसे नहीं होने के कारण लगभग सभी कारोबार पूर्ण रूप से ठप हो गए हैं। वहीं ऐसे लोग जिनके पास ऐसा कालाधन है जिसे वह दिखा नहीं सकते हैं वह इस कालेधन को स्वर्ण बाजार में लगाकार अपने पैसे को सोने के रूप में सुरक्षित करने में लगे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार सराफा कारोबारियों द्वारा पुराने नोटों से सोना 45 लाख रुपए किलो (45 हजार रुपए प्रति दसग्राम) और नई मुद्रा से 31 लाख रुपए किलो (31000 रुपए प्रति दसग्राम ) के अनुसार गुपचुप तरीके से बेचा जा रहा है। कालाधन निवेश करने का यह सिलसिला आगे भी जारी रहने की संभावना है। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि इसमें हवाला का पैसा भी खपाया जा रहा है।

सोना खरीदने वालों से हो सकती है पूछताछ:-

500 और 1000 के नोट से सोना खरीदने की की खबर आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच गई है। विभाग के सूत्रों का कहना है कि नोटबंदी के दिन से जिस स्वर्ण कारोबारी ने सोना बेचा होगा और जिसने खरीदा होगा उससे आयकर विभाग पूछताछ कर सकता है। इस दौरान भले ही चाहे उसने चेक या क्रेडिट कार्ड का उपयोग किया हो। सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग शीघ्र ही स्वर्णकारोबारियों को नोटिस भेजकर उनसे यह पता लगाएगा कि उन लोगों ने आठ नवम्बर से किन-किन को कितना सोना बेचा और इस दौरान बैंको में अपने खाते में कितना पैसा जमा किया।

ऑनलाइन खरीदारी सही तरीका

आज स्थिति यह हो रही है कि बैंंको में पैसा है मगर हम खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि हमारे पास खुल्ले पैसे नहीं है और बैंक हमें मनमाफिक पैसे नहीं दे रही है। ऐसी स्थिति मेें हम अपने एटीएम व क्रेडिट कार्ड से खरीदारी कर सकते हैं। आप को सिर्फ इतना करना है कि आप जहां भी खरीदारी के लिए जाएं तो अपने साथ अपना एटीएम कार्ड व अन्य कार्ड अवश्य लेकर जाएं जिनमें आपका पैसा जमा है। खरीदारी करने के बाद अपने इस कार्ड को सावधानी पूर्वक मशीन पर स्वेप करें। इसके बाद सावधानी पूर्वक अपने कार्ड का कोड नम्बर डाले। ऐसा करने से आप बिना पैसों के आसानी से छोटी-बड़ी खरीदारी कर सकते हैं। वहीं नोटबंदी को देखते हुए शहर के कई दुकानदारों ने अपने संस्थानों में स्वेप मशीन लगा ली है जिससे एक तो उनका व्यापार चल रहा है और दूसरा आमजन को भी परेशानी नहीं हो रही है।

यहां कर सकते हैं स्वेप मशीन का उपयोग:-

आप स्वेप मशीन का उपयोग पेट्रोल पम्प, इलेक्ट्रोनिक्स सेक्टर, कपड़ा बाजार, बड़े किराना स्टोर आदि क्षेत्रों स्थानों पर सहजता से कर सकते हैं।

चेक से करें भुगतान:-

नोटबंदी की समस्या को लेकर शहर के अधिकतर व्यापारियों ने अब चेक के माध्यम से भुगतान करना शुरू कर दिया है। दाल कारोबारी भगवतशरण गर्ग ने बताया कि शहर में नोटों की समस्या बनी हुई है। कारोबार प्रभावित न हो इसलिए हम अब चेक के माध्यम से भुगतान कर रहे हैं, जिससे बाजार खरीदी और बिक्री का कारोबार शुरू हो रहा है।

खर्च नहीं कर रहे लोग छोटे नोट:-

नोटबंदी का असर छोटे नोटों पर देखने को मिल रहा है। ऐसे लोग जिनके पास छोटे नोट हैं वह इनको खर्च नहीं कर रहे हैं। लोगों डर यह है कि अगर हमें भविष्य में खुल्ले पैसे नहीं मिले तो हमारा खर्च कैसे चलेगा। अत: अधिकतर लोग इन छोटे नोटों को दबाकर बैठे हुए हैं, जिससे बाजार में छोटी मुद्रा का चलन बहुत कम हो गया है।

2000 के नोट का नाम सुनते ही लोग एटीएम से लौटे:-

वैसे तो शहर के अधिकतर 90 प्रतिशत एटीएमों में कैसी भी मुद्रा नहीं है। जिन एटीएम से मुद्रा मिल भी रही है उनमें 2000 का नोट निकल रहा है। मजेदार बात यह है कि शुक्रवार को जिन एटीएम से रुपए निकल रहे थे वहां लोगों की लाइन लगी हुई है। जब लाइन में लगे लोगों को यह पता पड़ा कि एटीएम मशीन 100 की जगह 2000 का नोट दे रही है तो लोग वहां से चले गए। लोगों का कहना था कि इस नोट को लेने से फायदा क्या होगा? बाजार में खुल्ले की समस्या इतनी विकराल है कि कोई भी दुकानदार 2000 के नोट के खुल्ले देने के लिए कतई तैयार नहीं है।

बैंको ने नहीं बदले नोट:-

शुक्रवार को शहर की अधिकतर बैंको में नई मुद्रा वितरण की परेशानी रही। इस दौरान कई बैंको ने लोगों के नोट नहीं बदले जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

स्टेट बैंक ने बांटे 23 सहालगियों को ढाई-ढाई लाख रुपए:-

इस सीजन में शहर में लगभग 20 हजार शादियां होनी हैं। सहालगियों को खरीदारी करने के लिए पैसों की जरूरत है। केन्द्र सरकार ने आदेश जारी किया है कि जिनके घरों में शादियां हैं वे पेन कार्ड का विवरण देकर बैंक खाते से 2.5 लाख रुपए तक निकाल सकते हैं। इसी क्रम में महाराज बाड़ा स्थित स्टेट बैंक ने शुक्रवार को 23 सहालगियों को ढाई-ढाई लाख प्रदान किए हैं। वहीं कई बैंको में 2.5 लाख रुपए देने का सर्कुलर उनके पास नहीं होने के कारण उन्होंने लोगों को लौटा दिया। जानकारी के अनुसार स्टेट बैंक हजीरा द्वारा पैसा नहीं दिए जाने की शिकायत लेकर चार लोग जिलाधीश के पास भी पहुंचे हैं।

ऐसे मिलेंगे ढाई लाख

शादी के लिए पैसा निकालनेे हेतु आपको शादी का कार्ड लगाना होगा।
इसी के साथ जिस हॉल या मैरिज गार्डन में शादी है उसकी रसीद लगानी होगी।
जो लोग घर से शादी कर रहे हैं उनको पैसे लेने के लिए बैण्ड, हलवाई, कैटर्स या नगर निगम की रसीद लगाना होगी। तभी बैंक उनको पैसा स्वीकृत करेगी।
विवाह संबंधी सगाई आदि के फोटोग्राफ।
शादी वाले पंडित का शपथ पत्र।

‘अगर मेरे पास कोई बैंक से शादी-विवाह हेतु पैसे निकालने के लिए सहायता मांगने आता है तो हर प्रकार की सहूलियत उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे वह अपने बच्चों का विवाह कर सकें।’

डॉ. संजय गोयल
जिलाधीश



‘हमने सरकार के सर्कुलेशन के अनुसार शुक्रवार को 23 सहालगियों को ढाई-ढाई लाख रुपए दिए है। बैंक प्रबंधन जब पूर्ण रूप से संतुष्ट हो जाता है वह तभी पैसे जारी करता है।’

संतोष कुमार सोनी
मुख्य प्रबंधक
स्टेट बैंक,महाराज बाड़ा



पेट्रोल पंपो से नहीं निकला पैसा

पूरे देश सहित ग्वालियर में भी पैसों को लेकर मारामारी का माहौल है। ऐसे में सरकार ने कुछ चुने हुए पेट्रोल पंपो से डेबिट कार्ड के जरिए रुपए निकालने की बात कही है। इस योजना के अंतर्गत आप पेट्रोल पंप पर कार्ड को स्टेट बैंक की स्वाइप मशीन से स्वाइप करके पैसे निकाल सकते हैं, लेकिन शहर में किसी भी पेट्रोल पंप से पैसा नहीं निकला जिसका मुख्य कारण पैसा और स्वाइप मशीन का नहीं होना बताया जा रहा है। नाम नहीं लिखने की शर्त पर पेट्रोल पंप संचालकों ने कहा कि बैंक हमें पैसा और मशीन दोनों उपलब्ध कराए तभी हम लोगों को पैसा दे सकेंगे।

पेटीएम से कर सकते हैं भुगतान

स्वाइप मशीन की तरह पेटीएम भी भुगतान करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस समय बाजार में नगदी की समस्या हो रही है और ऐसे में लम्बीं कतारों से बचने के लिए लोग पेटीएम वॉलेट का भरपूर फायदा ले रहे हैं। इस पेटीएम से आप मोबाइल बिल का रीचार्ज, कई बिलों के भुगतान, टैक्सी का भुगतान आदि कर सकते हैं। हाल ही में नोट बंदी के बाद पेटीएम ने नया नियरबाय फीचर भी लॉन्च किया है, इसके जरिए आप अपने आसपास पेटीएम वॉलेट के जरिए भुगतान लेने वाले दुकानदार को आसानी से खोज पाएंगे। इस फीचर से उन ग्राहकों को मदद मिलेगी जिनके पास नगदी की कमी है।

क्या है पेटीएम

पेटीएम एक सेमी-क्लोज्ड वॉलेट है और इससे कोई कैश नहीं निकाला जा सकता। पेटीएम से कई अलग-अलग जगह पर सामान और सर्विस के लिए पेमेंट का भुगतान किया जा सकता है। पेटीएम की शुरुआत के वक्त इससे सिर्फ मोबाइल रीचार्ज, डीटीएच प्लान और बिल पेमेंट किया जा सकता था। पेटीएम के वॉलेट पार्टनर में उबर, बुकमायशो और मेकमायट्रिप समेत कई कंपनिया शामिल हैं। इसके अलावा शॉपिंग, ट्रैवल, एंटरटेनमेंट और फूड क्षेत्र की भी कई कंपनियों से पेटीएम की साझेदारी है।

पेटीएम का इस्तेमाल

पेटीएम इस्तेमाल करना बेहद आसान है। इसके लिए आपको लॉग इन करना होगा। आपको अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल वेरिफिकेशन करने की जरूरत होगी। एक बार सफलतापूर्वक वेरिफिकेशन और लॉग इन करने के बाद पेटीएम की किसी भी सर्विस का फायदा लिया जा सकता है।

पेटीएम से होने वाला भुगतान

- मोबाइल रीचार्ज और बिल पेमेंट
- डीटीएच रिचार्ज
- फोन का भुगतान
- बिजली बिल
- गैस बिल
- स्कूल की फीस
- बस टिकट
- होटल बुकिंग

कैट का आयकर समस्या समाधान शिविर 22 को

सरकार द्वारा 500 एवं 1000 के नोट बंद किए जाने पर व्यापार उद्योग एवं आम नागरिकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की ग्वालियर टीम द्वारा व्यापारियों की इन्हीं समस्याओं एवं प्रश्नों के समाधान के लिए नोटबंदी एवं आयकर समस्या समाधान शिविर का आयोजन 22 नवम्बर शाम 4:30 बजे उपनगर ग्वालियर में अग्रवाल मैरिज गार्डन, जामा मस्जिद के सामने, चौक बाजार, ग्वालियर में किया गया है।

नोट लेने से मना करने पर युवक थाने पहुंचा

पुलिस ने कराया राजीनामा, महेन्द्रा आटोमोबाइल्स की घटना
ग्वालियर,न.सं.। नोट लेने से मना करने पर युवक ऑटोमाबाइल्स एजेंसी की शिकायत करने थाने पहुंच गया। मामला पुलिस के पास पहुंचते ही एजेंसी वालों ने चेक लेकर युवक से राजीनामा कर लिया।

नोटबंदी के कारण आज हर तरफ लोग परेशाानी का सामना कर रहे है।

शुक्रवार को सबलगढ़,मुरैना का रहने वाला संजय शर्मा ने झांसी रोड थाना क्षेत्र में महिन्द्रा के ऑटोमोबाइल्स पर अपनी गाड़ी सर्विस के लिए डाली थी। जब नौ हजार रुपए का संजय ने भुगतान किया तो एजेंसी वालों ने उसे लेने से मना कर दिया। इस बात को लेकर संजय का एजेंसी पर विवाद हो गया, जब बात ज्यादा बढ़ गई तो वह थाने पहुंच गया और उसने शिकायत पुलिस से कर दी। मामले का पता चलते ही थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा ने एजेंसी फोन कर पूछा। बताया गया है कि बाद में एजेंसी वालों और संजय में चेक लेने पर सहमति बन जाने पर थाने मेंं प्रकरण दर्ज नही किया गया। जबकि संजय शर्मा थाने में मामला पंजीबद्व कराने पर अड़ा हुआ था लेकिन थाना प्रभारी ने मामले को संभालते हुए दोनो पक्षों में राजीनामा करा दिया।

Updated : 19 Nov 2016 12:00 AM GMT
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