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बीपी सिंह प्रदेश के नए मुख्य सचिव ने स्वदेश से कहा - सुशासन और विकास की परंपरा जारी रहेगी

बीपी सिंह प्रदेश के नए मुख्य सचिव ने स्वदेश से कहा - सुशासन और विकास  की परंपरा जारी रहेगी
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विशेष प्रतिनिधि

प्रदेश के नये मुख्य सचिव होने जा रहे 84 बैच के अधिकारी बसंत प्रताप सिंह के ओएसडी के आदेश के साथ ही राज्य में प्रशासनिक मुखिया को लेकर चल रही अटकलें समाप्त हो गईं। वे एक नवंबर को राज्य के स्थापना दिवस के साथ ही अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। नए मुख्य सचिव से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि प्रदेश में सुशासन की दिशा में सही प्रगति हो रही है। राज्य में चल रही योजनाओं में पारदर्शिता बढ़ी है। वे निवर्तमान होने जा रहे मुख्य सचिव एंटोनी डिसा की परंपरा को जारी रखेंगे। श्री सिंह ने बताया कि डिसा द्वारा प्रारंभ की गयी आमजन भेंट पूर्व की तरह जारी रहेगी। इस भेंट के द्वारा मुख्य सचिव ने आम जनता की समस्याओं को खत्म न होने तक फॉलो किया और उसके बेहतर परिणाम सामने आए।

बसंत प्रताप सिंह ने ग्वालियर की यादों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर कार्यकाल भी बहुत अच्छा रहा। गौरतलब है कि सन् 1997 में जब वे ग्वालियर के तत्कालीन कलेक्टर रहे तब साढ़े 5 बजे के बाद कार्यालय बंद होने पर बाजार में घूमने निकलते थे। उस समय जनता और दुकानदार आवेदन लेकर साहब से ऑन स्पॉट मुलाकात करते थे। ग्वालियर का स्विमिंग पूल और सनसिटी का प्रस्ताव उन्हीं के समय बना। बातचीत में श्री सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री से जुड़ी योजनाएं उनकी प्राथमिकता में पहले भी शामिल थीं, और अब उन पर और जोर देकर क्रियान्वयन किया जायेगा। एक सवाल के जबाव में उन्होंने बताया कि विभागीय जांच में विलंब का कारण प्रक्रिया से गुजरने के कारण होता है।

जो भी संबंधित है, उनके साथ न्याय हो इस वजह से इसमें देरी होती है। वे समय आने पर नवाचारों से भी परहेज नहीं करेंगे। श्री सिंह से जब पूछा कि आपने कभी सोचा था कि आप मुख्य सचिव बनेंगे, तो उन्होंने कहा कि जो आईएएस 22-23 साल की उम्र में बनते हैं, उनके मुख्य सचिव बनने के अच्छे मौके होते है। मैं 26 वर्ष की उम्र में आईएएस बना, आज मुख्य सचिव बनकर मैं खुश हूं। मेरी पहली पोस्टिंग वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य जो कि पहले मध्यप्रदेश का हिस्सा था, के धर्मजयगढ़ में पदस्थ हुआ। श्री सिंह का कहना था कि अभी वे सरकारी कामकाज की गति व योजनाओं को समझेंगे इसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो नवाचार भी अपनायेंगे। वर्तमान में सरकारी तंत्र और उसके कामकाज से वे संतुष्ट हंै। उन्होंने कुपोषण के बारे में बताया कि वे खुद जब इंदौर आयुक्त थे, तब मालवा में दौरा करके आये थे।

फिलहाल वे कुपोषण से ग्रसित जिलों के जिला अधिकारियों के संपर्क में है। प्रदेश में विकास तीव्र गति से जारी है, जिसका परिणाम है कि राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आया और सरकारी तंत्र ने विकास के पहिए को गति दी। जिससे राज्य में उत्साहजनक परिणाम देखने को मिले हैं। श्री सिंह का कार्यकाल जुलाई 2018 तक रहेगा।

Updated : 28 Oct 2016 12:00 AM GMT
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