आयकर विभाग की शोषणवादी नीति के शिकार हो रहे जिले के सहायक शिक्षक

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के आठों विकास खण्डों के सहायक शिक्षकों ने तथा अन्य शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग बैंगलौर से जिले के आठों विकासखण्डों के सहायक शिक्षकों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। उनमें सहायक शिक्षकों पर 15 हजार से लेकर 20 हजार रुपए तक 2014-15 के शेष बताकर जमा करने के लिए लिखा जा रहा है।
आयकर विभाग की शोषणवादी तथा हिटलरशाही नीति के कारण जिले के स्कूली शिक्षा विभाग के सहायक शिक्षकों में गहन असंतोष व्याप्त है। कर्मचारी नेता डीके माहेश्वरी, आरके माथुर, आरसी शर्मा, जेपी रावत, एल करण, बी चौरसिया, अमर सिंह, कर्मचारी कांग्रेस के सुरेन्द्र सिंह कुशवाह, तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ के बीएल शर्मा, भागचंद आर्य, मदन खटीक, राजेन्द्र आर्य, एचडी जाटव आदि ने बताया कि आयकर विभाग बैंगलौर से निरंतर शेष धनराशि जमा करने के नोटिस प्राप्त हो रहे हैं।
वर्तमान समय में जिले के सहायक शिक्षक मानसिक उत्पीडऩ के शिकार हैं। सहायक शिक्षकों ने बताया कि आहरण अधिकारियों ने 2014-15 को आयकर विगत फरवरी 2015 में जमा करा दिया। फिर आयकर विभाग क्यों नोटिस भेज रहा है। इस नीति की श्रमिक संघ तथा कर्मचारी संघ निंदा करता है। जबकि देश में पूंजीवादी तथा कालाबाजारी, सामांती तत्वों से आयकर विभाग वसूली में ढिलाई बरत रहा है और वेतन पाने वाले तनखैया गरीब कर्मचारियों को नोटिस थमाये जा रहे हैं। मोदी जी ने जब कहा था कि अब अच्छे दिन आएंगे तो कर्मचारियों के चेहरे खिल गए थे। किन्तु अब सरकार की पूंजीवादी नीतियों को देखते हुए कर्मचारी
संघ मानसिक उत्पीडऩ का शिकार हो रहे हैं।

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