पांच माह से नहीं मिला पोषण आहार

उदासीन बना विभाग

कराहल। आदिवासी विकासखण्ड कराहल में कुपोषण मिटाने के लिए शासन प्रशासन भले ही तमाम जतन कर ले लेकिन जब तक विभाग के अधिकारी, कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सही ढंग से नहीं करेंगे तब तक क्षेत्र में कुपोषण मिटाकर सुपोषण लाना एक अधूरे सपने सा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि विकासखण्ड में आज भी ऐसे कई आंगनबाड़ी केन्द्र है जहां पोषण आहार कई माह से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे क्षेत्र के बच्चों का सही पोषण नहीं हो पा रहा है। हालांकि इन सबकी जानकारी संबंधित विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों को भी है लेकिन उन्हें इन सबसे आखिर क्या लेना-देना?
ऐसा ही एक मामला कराहल विकासखण्ड के ग्राम पहाड़ी की भील बस्ती में संचालित मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र में देखने को मिला। जहां पिछले पांच माह से आंगनबाड़ी में पोषण आहार नहीं पहुंचा। भील बस्ती में संचालित मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र पर पांच माह से पोषण आहार नहीं पहुंचने से नवजात शिशुओं, धात्री महिलाओं एवं गर्भवती महिलाओं का पोषण सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। जब इस संबंध में मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उर्मिला बाई से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि यहां पांच-छह माह से पोषण आहार के बेग विभाग ने नहीं पहुंचाए, जबकि उसके द्वारा कई बार इस विषय की जानकारी संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को भी दी गई थी, लेकिन आज तक यहां पोषण आहार नहीं पहुंचा है।
सुपरवाइजर ने बैठक में दी जानकारी
ग्राम पहाड़ी की भील बस्ती में संचालित मिनी आंगनबाड़ी केन्द्र में पिछले पांच माह से पोषण आहार नहीं पहुंच पा रहा है, इसकी जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उर्मिलाबाई ने क्षेत्र की सुपरवाइजर चन्द्रा माहौर को मौखिक व लिखित में कई बार दी जा चुकी है साथ ही कार्यकर्ता ने विभाग की आयोजित होने वाली बैठकों में भी पोषण आहार नहीं मिलने की जानकारी कई बार दी इसके बावजूद पांच माह से लगातार केन्द्र पर पोषण आहार उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।
मासिक रिपोर्ट में भी होती है जानकारी
विभाग द्वारा किसी भी आंगनबाड़ी केन्द्र पर कितना पोषण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है, कितना केन्द्र पर बटा तथा कितना वहां शेष बचा है इसकी समस्त जानकारी एक मासिक रिपोर्ट तैयार कर विकासखण्ड पर संचालित परियोजना कार्यालय जिला कार्यालय पहुंचता है जहां जिले का अधिकारी इसकी रिपोर्ट देखता है ऐसे में यदि किसी आंगनबाड़ी केन्द्र पर पिछले पांच माह से पोषण आहार नहीं पहुंचा पाना विभागीय अधिकारियों की लापरवाही को नहीं दर्शाता?
फैक्ट फाइल
1. 31 किशोरी बालिकाएं हैं ग्राम में
2. 15 धात्री महिलाएं हैं
3. चार गर्भवती महिलाएं हैं
इनका कहना है
ग्राम में पिछले कई माह से पोषण आहार नहीं बंटा है, यहां केन्द्र पर पोषण आहार नहीं होने से बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को खिचड़ी, दलिया व अन्य पोषण आहार के पैकेट नहीं मिल पा रहे।
भूरी बाई, ग्रामीण महिला
आंगनबाड़ी में पिछले पांच माह से पोषण आहार नहीं आ रहा है इसकी जानकारी मैंने सुपरवाइजर तथा अधिकारियों को बैठक में भी कई बार दी लेकिन पोषण आहार यहां नहीं पहुंचाया जा रहा है।
उर्मिला बाई
मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
भील बस्ती ग्राम पहाड़ी
विभाग द्वारा सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सही समय पर पोषण आहार भिजवाया जाता है, हो सकता है कि कार्यकर्ता द्वारा ही पोषण आहार का गलत प्रयोग किया गया हो, फिर भी इस मामले को दिखवाता हूं।
जयंत वर्मा
महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्योपुर

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