दिन का पारा गिरा, रात का बढ़ा
गुरुवार या शुक्रवार को दस्तक दे सकते हैं बादल
ग्वालियर। दिसम्बर के बाद जनवरी के 13 दिन भी कड़ाके की सर्दी के इंतजार में गुजरे गए, लेकिन सर्दी का वैसा असर नहीं दिखा, जैसा कि दिखना चाहिए। आने वाले दिनों में सर्दी अपना प्रकोप दिखाएगी या नहीं? कहना मुश्किल है क्योंकि इस बारे में मौसम विभाग का पूर्वानुमान अब तक गलत ही साबित होता रहा है। चूंकि मकर संक्रांति आने में भी अब सिर्फ एक दिन शेष बचा है। मान्यता है कि मकर संक्रांति के बाद सर्दी का असर कम होने लगता है। हालांकि मौसम विज्ञानी 19 जनवरी के बाद सर्दी का असर बढऩे की संभावना जता रहे हैं।
बुधवार की बात करें तो गत रोज की तुलना में रात के तापमान में 3.1 डिग्री की वृद्धि, तो दिन के तापमान में 1.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। इसके पीछे मौमस विभाग का कहना है कि जम्मू कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से रात्रि में चूंकि आसमान में बादल छाए रहे। इस कारण रात का तापमान बढ़ गया, जबकि दिन में आसमान साफ रहा, लेकिन दिन भर 4 से 8 कि.मी. प्रति घण्टे की गति से उत्तर पश्चिमी हवाएं चलती रहीं। इस बजह से दिन का तापमान आंशिक रूप से गिर गया।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के मुख्य मौसम विज्ञानी अनुपम कश्यपि ने बताया कि जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, तो पंजाब में ऊपरी हवाओं का चक्रवात बना हुआ है। इससे गुरुवार या शुक्रवार को ग्वालियर अंचल में बादल दस्तक दे सकते हैं। इससे आगामी दो दिन तक तापमान में आंशिक वृद्धि हो सकती है, पर बारिश की संभावना बहुत ही कम है। उन्होंने बताया कि 16 जनवरी से तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा और 19 जनवरी तक पंजाब में बने चक्रवात का भी असर समाप्त हो जाएगा। इसके बाद आसमान साफ होते ही सर्दी बढऩे की संभावना है।
11 डिग्री के पार पहुंचा रात का पारा
स्थानीय मौसत विज्ञान केन्द्र के अनुसार गत रोज की तुलना में बुधवार को दिन का अधिकतम पारा 1.5 डिग्री गिरावट के साथ 26.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो औसत से 4.2 डिग्री अधिक है, जबकि रात का न्यूनतम पारा 3.1 डिग्री बढ़कर 11.5 डिग्री पर पहुंच गया, जो औसत से 4.7 डिग्री अधिक है। इसी प्रकार सुबह हवा में नमी 84 एवं शाम को 53 फीसदी दर्ज की गई, जो सामान्य से क्रमश: 9 व 4 फीसदी अधिक है।