ग्वालियर। ओएसिस महाविद्यालय गोहद के संचालक एवं जीवाजी विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यपरिषद् सदस्य दशरथ सिंह गुर्जर ने जीवाजी विवि की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला से कहा कि जब हमारे महाविद्यालय के प्राचार्य ने सेन्टर बनाने से इनकार कर दिया था तो फिर नौटंकी क्यों की गई। इन हालातों में हम परीक्षा नहीं करा पाएंगे, इसलिए हमारे महाविद्यालय से परीक्षा केन्द्र हटाया जाए। इस पर रजिस्ट्रार प्रो. आनंद मिश्रा ने कहा कि हम दादागीरी बर्दाश्त नहीं करेंगे और न ही बेवजह सेन्टर बदल जाएंगे।
मंगलवार को पूर्व ईसी मैम्बर दशरथ सिंह गुर्जर, मुनेन्द्र सिंह सोलंकी और सोनू सिंह सिकरवार के नेतृत्व में पहुंचे महाविद्यालय संचालकों ने कहा कि वर्तमान ईसी मैम्बर के दबाव में सद्गुरु कॉलेज ऑफ एजुकेशन इंदरगढ़ दतिया का भवन अधिग्रहण कर सेन्टर बना दिया है, जबकि वह विश्वविद्यालय से सम्बद्ध नहीं है। इस पर कुलपति ने कहा कि ईसी मैम्बरों ने कोई दबाव नहीं बनाया है और न ही उनका सेन्टर से कोई लेना-देना है। हमने तो समिति की रिपोर्ट पर परीक्षा केन्द्र बनाया है। इसके अलावा जिन महाविद्यालयों का भवन अधिगृहण किया गया है, उनमें विश्वविद्यालय का ऑब्र्जवर बैठाया जाए, ताकि नकल पर रोक लगाई जा सके।
उल्लेखनीय है कि जीवाजी विश्वविद्यालय में तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण कार्यपरिषद् से करा लिया गया है, जिसके चलते कई सरकारी महाविद्यालयों में परीक्षा केन्द्र बनाया गया है।
वहीं कुछ निजी महाविद्यालयों के भवन को अधिगृहण कर सेन्टर बनाया गया है। इसको लेकर पूर्व कार्यपरिषद् सदस्यों और महाविद्यालय संचालकों में बेहद नाराजगी है।
इन महाविद्यालयों की हुई अदला-बदली
परीक्षा केन्द्रों की सूची में दो महाविद्यालयों को आपस में परीक्षा केन्द्र बना दिया है, जिससे नकलची हावी हो जाएंगे। सूत्रों की मानें तो जिन महाविद्यालयों की अदला-बदली की गई है, उनमें जीएलएस महाविद्यालय बानमोर, पंडित नेहरू महाविद्यालय, एएस डिग्री कॉलेज कैलारस, आचार्य नरेन्द्र देव महाविद्यालय कैलारस, शिवम् महाविद्यालय पोरसा, आरवीएस महाविद्यालय पोरसा, चौधरी कमल सिंह महाविद्यालय मौ भिण्ड, केएस महाविद्यालय मौ भिण्ड, मां पीताम्बरा महाविद्यालय लहार, राधारमण स्वर्णकार महाविद्यालय लहार, श्री धीरसिंह महाविद्यालय गोरमी, पटेल महाविद्यालय गोरमी आदि के नाम सामने आए हैं।
हम दादागीरी बर्दाश्त नहीं करेंगे: कुलसचिव
Updated : 2016-01-13T05:30:00+05:30
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