पुलिस से आगे चोर-लुटेरे और ठग

कई वारदातों का नहीं लग सका सुराग

ग्वालियर। चोर, लुटेरे और ठग अपने काम में पुलिस से काफी आगे निकल गए हैं। इसके चलते पुलिस आज तक कई वारदातों को सुलझाना तो दूर उनका सुराग तक नहीं लगा सकी है। इसे पुलिस की अकुशलता कहें या फिर लापरवाही कि हर दूसरे दिन चोरी,लूट,झांसा देकर ठगी जैसी वारदातें हो रही हैं लेकिन पुलिस बदमाशों को नहीं दबोच पा रही है। पीडि़त इंतजार कर रहे हैं कि पुलिस उनके खून पसीने की कमाई बदमाशों से वापस लेकर आएगी। वहीं अपराध शाखा का दावा है कि कि उनकी स्मार्ट पुलिसिंग के चलते बदमाश वारदात को अंजाम देने से पहले ही पकड़े जाते हैं। लेकिन यह दावे झूठे साबित हो रहे हैं क्योंकि यहां तो बदमाश उन मेहनतकश लोगों के लाखों रुपए लूट,चोरी या झांसा देकर ले गए तो उनके ऊपर क्या गुजर रही होगी।


ये हैं वारदात

*डेढ़ माह पहले पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास स्थित एक्सिस बैंक से पैसा लेकर निकल रहे एक कॉलेज के मुनीम से नौ लाख रुपए लूट लिए गए।
* एक वर्ष पहले इंदरगंज थाना क्षेत्र में स्थित आईडीबीआई बैंक से 90 हजार रुपए लेकर निकल रहे वृद्ध से लूट हुई।
* आठ माह पहले कम्पू थाना क्षेत्र अन्तर्गत जयारोग्य अस्ताल के बाहर जांच रिपोर्ट लेकर आ रहे एक किसान से 35 हजार रुपए की लूट हुई।
* इंदरगंज थाना क्षेत्र में आठ माह पहले गिर्राजजी मन्दिर के थाने के सामने से कार से 25-25 हजार रुपए की दो बार लूट हुई।
* पड़ाव थाना क्षेत्र अन्तर्गत प्रेम मोटर्स के बाहर से कार का कांच तोड़कर सूटकेश व 25 हजार रुपए गायब हुए।
* पिछले वर्ष झांसी रोड थाना क्षेत्र में स्थित चेतकपुरी से एक व्यापारी के कार का कांच तोड़कर दस लाख रुपए चोरी हुए थे।
* ग्वालियर थाना क्षेत्र अन्तर्गत तानसेन रोड पर बैंक से पैसा निकाल कर घर जा रहे एक बुजुर्ग का नमकीन खरीदते समय ढाई लाख रुपए से भरा हुआ थैला गायब हो गया था।
*गोला का मंदिर थाना क्षेत्र से करीब आठ माह पहले पांच लाख रुपए की लूट हुई थी।

झांसा देकर लूट
*एक वर्ष पहले शिंदे की छावनी में गुरुद्वारे के पास एक महिला को हत्या की झूठी कहानी सुनाकर झांसा देकर उसके गहने लूट लिए।
* दो माह पहले ललितपुर कॉलोनी में पैसा चढ़ाने का झांसा देकर महिला की चूडिय़ां लेकर गायब हुए लुटेरे।
* दो हफ्ते पहले कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत एक व्यापारी की मां को हत्या की झूठी अफवाह बताते हुए जेवर लूट लिए गए थे।
इसी तरह से एटीएम मशीन में बदमाशों ने इलेक्ट्रोनिक्स डिस्क लगा कर एटीएम से पैसों का आहरण करने वालों के एटीएम का क्लोन बना लिया और पिन कोड प्राप्त कर एटीएम मशीनों से पैसों का आहरण किया गया। जिसमें सबसे पहला मामला शिंदे की छावनी में स्थित मॉल में लगे एटीएम में घटित हुआ था। जिसका सीसीटीव्ही फुटेज भी पुलिस ने जारी किया था। तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले का खुलासा करने के लिए अलग से टीम गठित करते हुए बदमाशों को पकडऩे का प्रयास किया था। टीम ने अच्छा काम करते हुए आरोपियों की तालाश करते हुए कुछ ठिकानों का पता भी लगाया था। लेकिन पुलिस द्वारा दबिश देने से पूर्व बदमाशों को पुलिस की भनक लग गई और वह पुलिस के हाथों से बच निकले। लेकिन उसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। इसके बाद इस तरह के कई मामले थानों दर्ज हुए पर बदमाशों के गिरेबां तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके।

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