उत्तराखंड में भूस्खलन,10 हजार लोगों की जान को खतरा

उत्तराखंड में भूस्खलन,10 हजार लोगों की जान को खतरा
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देहरादून। लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से उत्तराखंड के लोग बेहाल है। बारिश और जहां-तहां लैंडस्लाइड के कारण लोगों को जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इस बीच, रविवार की सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। उत्तराखंड के चमोली में भूकंप के झटके आए जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.0 थी। जानकारी के मुताबिक सुबह पांच बज कर 18 मिनट पर लोगों ने चमोली और आसपास के इलाकों में झटके महसूस किए। उत्तराखंड के वरूणावत पर्वत की चट्टानों में दरार की भी खबर है, जिसके कारण 10 हजार लोगों की आबादी पर खतरा मंडरा रहा है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में वरूणावत पहाड से रह-रह कर लैंडस्लाइड हो रही है जिसके कारण इसके निचले हिस्से में बसी लगभग 10 हजार लोगों की आबादी पर खतरा मंडरा रहा है। 15 जुलाई को पहली बार इस पह़ाड पर दरार देखी गई थी। वरूणावत पह़ाड पर लैंडस्लाइड रोकने के लिए 2003 में 17 सौ मीटर की ऊंचाई पर ट्रीटमेंट किया गया था, जिसके बाद अब उसकी सीढियों में लंबी दरारें आ गई हैं। उत्तरकाशी प्रशासन ने वरूणावत पर्वत से गंगोत्री जाने वाली सडक को बंद कर दिया है।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में रविवार से तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। यहां के पहाडी इलाकों में तीर्थयात्रा पर आए श्रद्धालुओं को सतर्क रहने को कहा गया है। मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि रविवार से तीन दिन तक श्रीहेमकुंड साहिब, केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में भारी बारिश हो सकती है।

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