मैगी के बाद अब नूडल, पास्ता और मैक्रोनी के ब्राण्ड पर जांच के आदेश
नई दिल्ली। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसआई) ने राज्यों को नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी के करीब 32 ब्रांडों के नमूनों की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। भारतीय खाद्य सरंक्षा एवं मानक प्राधिकरण(एफएसएसएआई) ने आज विभिन्न कंपनियों द्वारा विनिर्मित टाप रेमन, फूडल्स और वाइ-वाइ जैसे विभिन्न नूडल, पास्ता और मैक्रोनी ब्रांडों के परीक्षण का आदेश दिया है ताकि मैगी विवाद के मद्देनजर इनके द्वारा नियमों के अनुपालन की जांच की जा सके।
इसके साथ ही भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने 'मैगी न्यूटिलिशस पास्ता विद टेस्टमेकर' की चार किस्मों के परीक्षण का भी आदेश दिया है ।
एफएसएसएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वाई एस मलिक ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को लिखे पत्र में कहा, मैगी और इसी तरह के अन्य उत्पादों के परीक्षण से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चिंता खड़ी हुई है। इसके मद्देनजर परामर्श दिया जाता है कि इसी तरह के उत्पादों के नमूने जांच के दायरे में लाए जाएं जिन्हें एफएसएसएआई की मंजूरी मिली हुई है, इन नमूनों को परीक्षण के लिए अधिकृत प्रयोगशालाओं में भेजा जाना चाहिए।
एफएसएसएआई के आदेश के मुताबिक, जिन कंपनियों के उत्पादों को परीक्षण की सूची में डाला गया है उनमें नेस्ले इंडिया, आईटीसी, इंडो निसिन फूड लिमिटेड, जीएसके कंज्यूमर हेल्थकेयर, सीजी फूड्स इंडिया, रचि इंटरनेशनल और एए न्यूट्रिशन लिमिटेड शामिल हैं। नियामक ने अपने साथ सूचीबद्ध उत्पादों की जांच का आदेश दिया है।