इंदौर इण्टर सिटी के लिये बनी रणनीति

संघर्ष समिति का हुआ गठन
झाँसी। सिद्धेश्वर सिद्ध पीठ पर इंदौर इण्टर सिटी एक्सप्रेस को झांसी से चलाये जाने की मांग को लेकर व्यापक रणनीति बनाई गई। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि कड़े संघर्ष के बाद इण्टर सिटी को झांसी तक लाने की मंजूरी मिली थी इसके लिये तत्कालीन रेल मंत्री ने इसकी घोषणा की थी।
टाइम टेबिल में इसका नाम झांसी से चलने के लिये अंकित हो जाने व वाशिंग पिट का निर्माण प्रारंभ होने के बाद इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि रेलवे इस पर यू टर्न ले लेगा और क्षेत्रवाद की राजनीति से रेल प्रशासन प्रभावित होकर इसके प्रस्ताव को ही नकार देगा। यदि शीघ्र रेल प्रशासन ने इण्टर सिटी को झांसी से चलाये जाने की मांग स्वीकार नहीं की तो ग्वालियर की ओर जाने वाली रेलों को भी आगे नहीं बढऩे दिया जाएगा।
आंदोलन व्यापक रूप धारण करेगा। झांसी की लगातार हो रही उपेक्षा से आम जनता आक्रोशित है। जिला जन कल्याण महासमिति के केन्द्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में इंदौर इंटरसिटी की मांग के लिये संघर्ष समिति का गठन किया गया है।
आंदोलन में अपनी सहभागिता करने वाले सामाजिक, व्यापारिक व कर्मचारी संगठन अपने-अपने स्तर से भी इस आंदोलन को जारी रखेंगे जिसमें हस्ताक्षर अभियान, जागरूकता के लिये मशाल जुलूस, जनसंपर्क, रैली, छोटी-छोटी बैठकें, सभायें, ज्ञापन, धरना प्रदर्शन आदि प्रमुखता से होगें। सभी मिलकर बड़ी जनसभा, रैली, जुलूस आदि निकालने की कार्य योजना पर कार्य करेगें। व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय पटवारी ने कहा कि आंदोलन सोशल मीडिया में भी चलेगा। जैसे वाट्सएप, फेसबुक आदि लोग ईमेल भी कर रेलमंत्री को भेजेगें। पोस्टकार्ड भी डालेगें। झाँसी सुविधा संघर्ष समिति व कर्मचारी संगठन के दिनेश भार्गव व मिथलेश कुमार दुबे ने कहा कि कर्मचारी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।
महानगर धर्माचार्य पं.हरिओम पाठक ने कहा कि सभी धर्मगुरू भी इसके पक्ष में हैं और पूर्ण सहयोग प्रदान करेगें। पत्रकार वार्ता में सोबीर सिंह यादव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी, सुधाकर मिश्रा, रवीश त्रिपाठी, संतोष साहू, फिरोज खान, राजेंद्र रेजा, अजीत राय, मनीराम कुशवाहा आदि उपस्थित रहे।