पुलिस ने की फर्नीचर व्यापारी की बेरहमी से पिटाई

दतिया। दतिया की थाना भांडेर पुलिस ने थाने के सामने फर्नीचार का काम करने वाले व्यापारी तारिक अली की बेतहाशा मारपीट कर दी । पुलिस फोर्स टी आई भांडेर के नेतृत्व में इसके घर में घुसा जब तारिक ने इसका विरोध किया तो महिलाओं बच्चों सहित इसकी बेतहाशा मारपीट करते हुए घर से थाने ले गये। लॉकअप में बंद कर दिया। इस मामले में जब तारिक ने अपना कसूर जानना चाहा तो पुलिस ने इसे लॉकअप से बाहर निकाला इसे नंगा बदन पर पानी डाला और फट्टो से बेताहाशा पिटाई की।
तारिक अली के शरीर को कोई ऐसा अंग नहीं है जहॉ इसके शरीर पर गंभीर चोटे नहीं लगी हो। पुलिस ने थाने में इसे चार घंटे बंद रखा। जब पुलिस ने इसकी हालत बिगडती हुई देखी तो आनन फानन में जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए इसे छोड दिया। पीडित का आरोप है कि थाना के टी आई सुरेश नागर आरक्षक राहुल रजक , पुष्पेन्द ने 20 हजार रूपये लेने के बाद इसे छोड़ा है। उसने ये भी बताया है पुलिस पडोस में जुआ पकडने के बहाने से आई थी और हमारे घर में घुस गयी । जब हमने इस बात का विरोध किया तो इन्होने हमारी बेहरहमी से मारपीट कर थाने में बंद कर दिया। अब यह थाने से छूटने के बाद इलाज के लिए भांडेर चिक्तिसालय भर्ती कराया गया जहॉ इसकी हालत गंभीर होने रेफर कर दतिया चिक्तिसालय भर्ती करा दिया गया।
जब लोगों ने पुलिस की इस बर्बरता घटना सुनी तो लोगों का जिला चिक्तिसालय में जमावड़ा लग गया। भीड़ इक्टठी होकर पुलिस अधीक्षक बंगले पर न्याय की गुहार लगाने पहुची । पुलिस अधीक्षक ने तत्काल में सिर्फ कार्यवाही का अश्वासन दिया। ज्ञात हो कि पीडित व्यापारी की थाने के सामने दुकान है थाने में पदस्थ हवलदार राहुल ने थाने के लिए तखत मांगे थे जिसकी रेट हवलदार को ठीक नहीं लगी । पुलिस दबाब बनाने के लिए और हडकाने के लिए फर्नीचर व्यापारी के यहा घुस गयी थी । लेकिन जब पुलिस से जबाब तलब होने लगा तो मामले ने तूल पकड़ा । मानना होगा पुलिस अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए गलती पर गल्ती करती चली गयी। और फिर पुलिस ने गुडा गर्दी कर खाकी को दागदार कर दिया। भांडेर टी सुरेश नागर पर रूपये लेकर काम करने का आरोप है

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