इराकी बलों ने इस्लामिक स्टेट का मुकाबला करने की नहीं दिखाई इच्छाशक्ति :अमेरिका

वाशिंगटन। अमेरिका ने इराकी बलों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने राजधानी बगदाद के पश्चिम में स्थित शहर रमादी पर कब्जा करने वाले इस्लामिक स्टेट (आईएस)के लड़ाकों का मुकाबला करने के लिए कोई इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा कि रमादी में आईएस लड़ाकों के हाथों हार का सामना करने वाले इराकी बल संख्या में कम नहीं थे। दरअसल उन्होंने लड़ने की कोई इच्छाशक्ति ही नहीं दिखाई बल्कि वे पीछे हट गये। उन्होंने कहा कि मुझे और अधिकतर लोगों अब लगने लगा है कि इस्लामिक स्टेट से लड़ने और अपनी रक्षा करने के बारे में इराकियों की इच्छाशक्ति को लेकर समस्या है। कार्टर ने कहा कि अमेरिका इराकी बलों को प्रशिक्षण दे सकता है, उन्हें सामग्री दे सकता है लेकिन उन्हें लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं दे सकता। उन्होंने कहा कि यदि हम उन्हें प्रशिक्षण देते हैं, युद्ध सामग्री देते हैं और उन्हें समर्थन एवं कुछ समय देते हैं, तो मुझे उम्मीद है कि उनमें लड़ने की इच्छाशक्ति पैदा हो जाएगी।पिछले सप्ताह रमादी पर आईएस के कब्जे के बाद से ओबामा प्रशासन के किसी अधिकारी की ओर से यह अब तक की सबसे कड़ी टिप्पणी है। कार्टर ने कहा कि हम आईएस की हार में भागीदारी कर सकते हैं लेकिन हम इस जीत को बरकरार नहीं रख सकते। यह काम केवल इराकी कर सकते हैं और खासकर इस मामले में सुन्नी कबीले यह काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह इराक में जमीनी सैनिक भेजने की सिफारिश करने के लिए तैयार नहीं हैं।आईएस की गतिविधियों के मद्देनजर सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के अध्यक्ष जॉन मैक्केन समेत कुछ सांसदों ने इराक में जमीन पर और अधिक अमेरिकी बल भेजने की अपील की है। इस समय 3000 अमेरिकी सैनिक इराकी बलों को प्रशिक्षण दे रहे हैं लेकिन वे उन क्षेत्रों के पास नहीं हैं जहां संघर्ष हो रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि यदि ऐसा समय आता है जब इराकी बलों को दी जाने वाली मदद में बदलाव की आवश्यकता होगी तब वह उस संबंध में सिफारिश करेंगे। उन्होंने कहा कि रमादी में जो हुआ वह इराकी बलों द्वारा मुकाबला नहीं कर पाने के कारण हुआ। कार्टर ने कहा कि इसलिए हमारे प्रयास उनके जमीनी बलों को सामग्री मुहैया कराने, प्रशिक्षण देने और उन्हें मुकाबला करने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश करने पर केंद्रित हैं ताकि आईएस को हराने एवं उसकी इस हार को स्थायी बनाए रखने में इराकी बलों को सक्षम बनाने की हमारी मुहिम सफल हो सके।