उत्कृष्ट बिजली व्यवस्था का अध्ययन करने मणिपुर जैसे राज्यों के भ्रमण पर जाएं अधिकारी
ग्वालियर। विद्युत वितरण कम्पनी के मैदानी अधिकारियों को मणिपुर जैसे देश के दूसरे राज्यों के भ्रमण पर भेजें, जो वहां की उत्कृष्ट विद्युत वितरण व्यवस्था का अध्ययन करें और मध्यप्रदेश में भी मणिपुर जैसी उत्कृष्ट बिजली व्यवस्था बनाने का प्रयास करें। यह सलाह म.प्र. के प्रमुख सचिव ऊर्जा आई.सी. कैशरी ने म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक को दी। श्री केशरी शुक्रवार को रोशनीघर स्थित स्काडा भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ग्वालियर क्षेत्र के महाप्रबंधकों एवं उप महाप्रबंधकों सहित अन्य मैदानी अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर म.प्र. पावर मैनेजमेंट कम्पनी के प्रबंध संचालक संजय शुक्ला, म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक विवेक पोरवाल एवं मुख्य महाप्रबंधक ग्वालियर क्षेत्र कप्तान सिंह सोलंकी सहित कम्पनी के सभी अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में नवीन कनेक्शन देने के लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत पर जोर देते हुए श्री केशरी ने कहा कि ग्वालियर क्षेत्र में कुल मौजूदा कनेक्शनों को संज्ञान में लेते हुए अगले एक वर्ष में कम से कम 10 प्रतिशत (लगभग एक लाख) नवीन कनेक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया जाए। म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के अध्यक्ष एवं म.प्र. पावर मैनेजमेंट कम्पनी के प्रबंध संचालक संजय शुक्ला ने अधिक से अधिक बकाया वूसली के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए कहा कि बकाया जमा कराने के लिए उपभोक्ताओं को समझाइश दें और जरूरत पडऩे पर कनेक्शन विच्छेदन की कार्रवाई करें।
म.प्र. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के प्रबंध संचालक विवेक पोरवाल ने राजस्व वसूली की संभागवार समीक्षा करते हुए निम्नदाब उपभोक्तओं से वसूली का आरपीयू प्रति यूनिट 3.95 से बढ़ाकर 4.50 रुपए तक लाने और बिजली के अनाधिकृत उपयोग की रोकथाम के लिए सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
हर हाल में दें 24 घण्टे बिजली
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री केशरी ने कहा कि हम राज्य शासन की मंशा के अनुरूप शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के गैर कृषि उपभोक्ताओं को हर हाल में 24 घण्टे और कृषि उपभोक्ताओं को 10 घण्टे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें।
उपभोक्ताओं के घर समय पर पहुंचे बिल
श्री केशरी ने अधिकारियों को सचेत किया कि बिजली के बिल समय पर उपभोक्ताओं के घर पर पहुंचना चाहिए। बिल पहुंचने के तुरंत बाद फीडबैक भी प्राप्त किया जाए कि उपभोक्ता को बिल मिला या नहीं और यदि मिल गया है तो उसमें कोई कमी तो नहीं है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खराब व जले हुए मीटरों को समयबद्ध कार्यक्रम तैयार कर बदला जाए। श्री केशरी ने निर्देश दिए कि ट्रांसफार्मर असफलता की दर अगले एक वर्ष में घटाकर पांच प्रतिशत पर लाएं।
.. तो निलम्बित होंगे ठेकेदारों के लाइसेंस
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री केशरी ने विद्युत वितरण कम्पनी में काम कर रहे ठेकेदारों को सख्त चेतावनी दी कि जो ठेकेदार स्वयं का ट्रांसफार्मर योजना (ओवाईटी) में अनियमितता करते पकड़े जाएंगे, उनके लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएंगे तथा गड़बड़ी साबित होने पर उनके लाइसेंस निरस्त भी किए जा सकते हैं।