भारतीय हॉकी टीम के सामने ऑस्ट्रेलिया सबसे कठिन चुनौती
इपोह | खिताब की दौड़ से बाहर हो चुकी भारतीय टीम 24वें सुल्तान अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के आखिरी लीग मैच में प्रतिष्ठा बचाने के लिए खेलेगी लेकिन उसके सामने विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के रूप में सबसे कठिन चुनौती है।
अजलन शाह कप में नए कोच पाल वान ऐस का भारतीय टीम के साथ पहला टूर्नामेंट ही नहीं था बल्कि इससे टीम ने रियो ओलंपिक की तैयारियों का भी आगाज किया। अभी तक के खेल से हालांकि लगता है कि भारत को ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन के लिये काफी मेहनत करनी होगी। चार मैचों में एक जीत और एक ड्रा के अलावा दो हार के बाद भारत सिर्फ चार अंक लेकर खिताब की दौड़ से बाहर हो चुका है।
दूसरी ओर पिछली चैम्पियन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चारों मैच जीत लिये हैं। पिछली बार दोनों टीमों का सामना दिसंबर में भुवनेश्वर में एफआईएच चैम्पियंस ट्रॉफी में हुआ था जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 2-1 से हराया था। कल भारत के पास उस हार का बदला चुकता करने का मौका है। लेकिन इस टूर्नामेंट में टीम के प्रदर्शन को देखते हुए यह सपना ही लगता है। यदि कल वे आस्ट्रेलिया को ड्रा पर भी रोकने में कामयाब रहे तो इससे उनका मनोबल बढ़ेगा।
वान ऐस ने चार सप्ताह पहले ही टीम की कमान संभाली है लिहाजा उनसे पहले ही टूर्नामेंट में चमत्कारिक प्रदर्शन की उम्मीद करना ज्यादती होगी। उनकी असल परीक्षा इस साल दिसंबर में विश्व लीग फाइनल्स में होगी जो रायपुर में खेला जाना है।
वान ऐस ने कहा था, ‘हर अंतरराष्ट्रीय मैच हमारे लिए नतीजे से ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे मुझे उन पहलुओं के बारे में पता चलेगा जिन पर मेहनत करनी है।’ भारत ने पिछले चार मैचों में बहुत खराब नहीं खेला लेकिन लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई।
भारतीयों ने गोल करने के मौके गंवाये और डिफेंस ने आसान गोल गंवाये। पेनल्टी कार्नर में भी ज्यादा सफलता नहीं मिली जबकि टीम के पास वी. आर. रघुनाथ और रूपिंदर पाल सिंह के रूप में दो विश्व स्तरीय ड्रैग फ्लिकर है। भारत ने कनाडा के खिलाफ कल आठ में से सिर्फ दो पेनल्टी कार्नर पर गोल किये।
वान ऐस ने कहा, ‘मुझे डिफेंस को लेकर चिंता हो रही है। हमारा डिफेंस बहुत खराब है। हमने ज्यादातर मैच आखिरी चरण में गंवाये।’ भारत के लिये राहत की बात फारवर्ड पंक्ति का फार्म में लौटना था जिसने कल तीन गोल किये। वान ऐस ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया काफी मजबूत टीम है और यह बड़ी चुनौती होगी। मैं ऑस्ट्रेलिया के लिए भी इसे चुनौतीपूर्ण बनाना चाहता हूं।’ अन्य मुकाबलों में कोरिया का सामना न्यूजीलैंड से जबकि मलेशिया का कनाडा से होगा।