भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक : आंदोलन की तैयारी में अन्ना

भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक : आंदोलन की तैयारी में अन्ना

नई दिल्‍ली । भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किया जाएगा। विपक्ष सरकार को मसरत आलम की रिहाई और विधेयक के किसान विरोधी होने के मुद्दे पर घेरने के लिये तैयार है। वहीं अन्ना हज़ारे आज अपने आगामी आंदोलन पर गैर सरकारी संगठनों से मिलकर चर्चा करेंगे।
अन्ना हजारे आज गांधी आश्रम सेवाग्राम पहुचें जहां वह गैर सरकारी संगठनों से भूमि अधिग्रहण में संशोधन के खिलाफ पदयात्रा निकाले जाने को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार केवल शहरों के बारे में सोच रही है ग्रामिण क्षेत्र के बारे में नहीं। यह कानून उद्योगपतियों को लाभ पहुंचायेगा। हम आज इस बारे में निर्णय लेंगे और तय करेंगे की कब पदयात्रा करनी है। यह एक शांतिपूर्ण आंदोलन होगा जिसमें सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाया जायेगा। अगर आंदोलन हिंसक होगा तो इसे वापिस ले लिया जायेगा। यह विधेयक किसानों के हित में नही है और सरकार को इसके वापिस लेना होगा।
वहीं इस बारे में सरकार और विपक्ष के बीच मंत्रणा भी हुयी। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह मसरत आलम की रिहाई पर लोकसभा स्थगित करने का प्रस्ताव रखेंगे।
केन्द्रीय मंत्री एमए नकवी ने कहा कि विपक्ष को देश के विकास के लिये विधेयक को पास कराने आगे आना चाहिये। कृषि मंत्री आरएम सिंह ने कहा कि यदि विपक्ष को लगता है कि विधेयक किसानों के लिये ठीक नही है तो वह अपने विचार सदन में रख सकता है।
लोकसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिये 8 घंटे का समय दिया गया है। लोकसभा में आज इस विधेयक को पारित किये जाने की भी संभावना है। लोकसभा में चर्चा आज शुरू होगी और मंगलवार को भी जारी रह सकती है। मौजूदा सरकार 2013 की संप्रग सरकार के कानून में परिवर्तन के लिये एक अध्यादेश लाई थी। जिसमें मुख्य रुप से पांच कारणों के चलते भूमि अधिग्रहण के लिये सहमति का प्रावधान हटाया गया है।

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