आर्थिक आंक़डों और बजट सत्र पर रहेगी निवेशकों की नजर

मुंबई। शेयर बाजारों में आगामी सप्ताह निवेशकों की नजर मुख्य रूप से प्रमुख आर्थिक आंक़डों और संसद के चालू बजट सत्र पर टिकी रहेगी। आगामी सप्ताह में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश और घरेलू संस्थागत निवेश के आंक़डों, वैश्विक बाजारों के रूझान, डॉलर के मुकाबले रूपये की चाल और तेल मूल्य पर भी निवेशकों की नजर बनी रहेगी। सरकार जनवरी 2015 के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंक़डे गुरूवार 12 मार्च को जारी करेगी। उसी दिन उपभोक्ता महंगाई दर के आंक़डे भी जारी होंगे।
संसद का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो चुका है, जो आठ मई को समाप्त होगा। इस बीच पूरे एक महीने का अवकाश होगा। बजट सत्र का पहला हिस्सा 20 मार्च, 2015 तक चलेगा और दूसरा हिस्सा 20 अप्रैल, 2015 को शुरू होगा। यह बजट सत्र इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि शीतकालीन सत्र के बाद जारी किए गए अध्यादेशों को सरकार विधेयक के रूप में संसद में पेश करेगी और उन्हें दोनों सदनों पारित कराने की कोशिश करेगी। बीमा कानून (संशोधन) विधेयक 2015 बुधवार चार मार्च को लोकसभा में पारित हो गया। इस विधेयक में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेश की सीमा वर्तमान 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी करने का प्रावधान है।
बुधवार को ही लोकसभा में कोयला खदान (विशेष प्रावधान) विधेयक 2015 भी पारित हो गया। इन दोनों विधेयकों पर सरकार को राज्यसभा में अगिAपरीक्षा देनी होगी, जहां वह अल्पमत में है और इन्हें पारित कराने के लिए उसे विपक्ष के सहयोग की जरूरत होगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के पास 543 सीटों वाली लोकसभा में 334 सीटें हैं, लेकिन 245 सीटों वाली राज्यसभा में उसके पास सिर्फ 57 सीटें हैं।