नन मामले में मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट
कोलकाता | पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक 71 वर्षीय नन के साथ हुए दुष्कर्म के मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य के मानवाधिकार आयोग ने अपराध जांच विभाग से मामले पर रपट मांगी है।
राजधानी कोलकाता से 80 किलोमीटर दूर राणाघाट स्थित जीसस एंड मैरी कॉन्वेंट में शनिवार को एक बुजुर्ग नन के साथ लुटेरों के एक समूह ने बेहद क्रूरता से सामूहिक दुष्कर्म किया था।
आयोग के एक अधिकारी ने कहा, "आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है और अतिरिक्त महानिदेशक (आपराध जांच विभाग) राजीव कुमार और नदिया के पुलिस अधीक्षक अर्नब घोष को इस मामले पर जल्द से जल्द एक रपट आयोग को सौंपने के लिए कहा है।"
अधिकारी ने कहा, "रपट को पढ़ने के बाद आयोग अपनी सिफारिशें देगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राणाघाट दुष्कर्म मामले के साथ ही हरियाणा में एक चर्च में हुई तोड़फोड़ की घटना पर चिंता जाहिर की है, और इन घटनाओं पर रपट मांगी है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट किया, "पीएमओ ने पश्चिम बंगाल और हरियाणा में घटी घटनाओं के बारे में तथा उनपर अब तक की गई कार्रवाई पर रपट मांगी है।"
पुलिस इस मामले में 10 लोगों को हिरासत में ले चुकी है, लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार करने में विफल रही है। इसके कारण राणाघाट के लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। राणाघाट के लोगों ने सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को रोक लिया था। वह पीड़िता से मिलने वहां गई थीं, जो कि अभी अस्पताल में भर्ती है।
प्रदर्शनकारियों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की, वहीं ममता बनर्जी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा सहित सभी विपक्षी पार्टियों पर घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया।