दिल्ली में 673 उम्मीदवार मैदान में ,बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला;
नई दिल्ली । दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शनिवार सात फरवरी को होना है, जिसके लिए तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है। प्रचार का शोर गुरुवार शाम ही थम गया। चुनाव में तीन पार्टियों आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है।दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 673 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से केवल 19 महिलाएं हैं। सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद हो जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी के कुल 1,33,09,078 मतदाता इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 73,89,089 पुरुष मतदाता और 59,19,127 महिला मतदाता हैं, जबकि 862 'थर्ड जेंडर (किन्नर)' मतदाता हैं।दिल्ली में मतदान के लिए कुल 12,777 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 191 को अति-संवेदनशील घोषित किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने गुरुवार को चुनाव प्रचार थमने के बाद एक
संवाददाता सम्मेलन में कहा, राजधानी में 2,530 स्थानों पर 12,777 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 741 मतदान केंद्रों को संवेदनशील मतदान केंद्रों के रूप में चिन्हित किया गया है। वहीं 191 मतदान केंद्रों को अति-संवेदनशील बताया गया है।
गौरतलब है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि पहली बार चुनाव में उतरी आप को 28 सीट मिली थी। कांग्रेस को सिर्फ आठ सीटों पर संतोष करना पड़ा था।
त्रिशंकु विधानसभा के बीच आप ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई थी, लेकिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 14 फरवरी, 2014 को दिल्ली जन लोकपाल विधेयक पारित नहीं करा पाने के कारण अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद 17 फरवरी को यहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था।
आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को इसी सीट से करीब 26,000 वोट से हराया था। वहीं भाजपा की तरफ से पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया है, जो पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर से चुनाव लड़ रही हैं।