भारतवंशी प्रोफेसर को रसायन शास्त्र का अमेरिकी पुरस्कार

न्यूयार्क। अमेरिकन केमिकल सोसायटी की विश्लेषणात्मक रसायन शास्त्र शाखा ने वर्ष 2015 के लिए भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक पूर्णेदु दासगुप्ता को शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले जे. कैलविन गिड्डिंग्स अवार्ड से सम्मानित किया है। दासगुप्ता आर्लिगटन स्थित टैक्सास विश्वविद्यायल में रसायन शास्त्र के जेन्किन्स गैरेट प्रोफेसर हैं। वैज्ञानिक के तौर पर मान्यता देने वाला यह पुरस्कार उस व्यक्ति को प्रदान किया जाता है, जिसने विश्लेषणात्मक रसायन शास्त्र के छात्रों में पेशेवर विकास को बढ़ावा दिया हो और जिसके नए प्रयोग प्रकाशित हुए हों, जिसने उपकरणों या शिक्षण प्रयोगशालाओं की डिजाइन की हो और उनमें सुधार किया हो, तथा जिसके विश्लेषणात्मक रसायन शास्त्र पर प्रमुख पुस्तकें या आलेख प्रकाशित हुए हों।
दासगुप्ता ने कहा, "इस सम्मान से मैं विशेष रूप से सम्मानित हुआ हूं। मुझे बीते दिनों के कुछ अनुसंधान निष्पादन या कुछ अन्य के लिए सम्मानपूर्वक जाना जाता था, लेकिन पहली बार यह शिक्षा के लिए प्रेम और मेरी प्रतिबद्धता के लिए मिला है और यही संतुष्टि प्रदान करने वाला सम्मान है।"
उन्होंने कहा कि मैं तीसरी पीढ़ी का विश्वविद्यालय शिक्षक हूं। इसलिए इस सम्मान का श्रेय मैं अपने पिता और अपने दादा को देना चाहूंगा। मैं तो सिर्फ उनकी परंपरा का निर्वाह कर रहा हूं।
इस सम्मान को पाने वाले दासगुप्ता को एक प्रशस्ति पत्र, नगद, पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। वह बोस्टन में अगस्त महीने में आयोजित होने वाले एसीएस राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा भी लेंगे। इस सम्मेलन में वह विश्लेषणात्मक रसायन में शिक्षा पर अवार्ड परिचर्चा में भाग लेंगे और संबोधित करेंगे।

Next Story