न उपकरण न स्टाफ, शुरू हो गया ट्रॉमा सेंटर
ग्वालियर। जिला अस्पताल मुरार स्थित नवनिर्मित ट्रॉमा सेन्टर सोमवार को चालू कर दिया गया, जबकि फिलहाल यहां न तो पर्याप्त उपकरण उपलब्ध है और न ही आवश्यक स्टॉफ। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष नवम्बर माह में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सेवाएं प्रवीर कृष्ण एवं आयुक्त पंकज अग्रवाल द्वारा अस्पताल का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान उन्होंने ट्रॉमा सेन्टर का भी निरीक्षण किया था और उसमेंं लगी टाइल्स को बदलने के साथ ही एक माह में इसे प्रारम्भ करने के निर्देश दिए थे। लेकिन उस समय पर्याप्त व्यवस्थाएं न हो पाने के कारण इसका विधिवत चालू होना टल गया था। लेकिन सोमवार को इसे बिना उपकरण एवं स्टॉफ के ही चालू कर दिया गया। हालांकि आज यहां नाक, कान, गला, हड्डी एवं सर्जरी विभाग की ओपीडी का संचालन किया गया। लेकिन ट्रॉमा सेन्टर का पूरी व्यवस्थाओं के बिना चालू होना मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है क्योंकि ट्रॉमा सेन्टर में दुर्घटनाग्रस्त मरीजों का उपचार किया जाता है और दुर्घटना के बाद का पहले घण्टे में मिलने वाला उपचार जीवनदान के स्वरूप होता है। लेकिन जब मुरार ट्रॉमा सेन्टर में पर्याप्त व्यवस्थाएं नहीं होंगी तो मरीज को परेशानियों का सामना करना ही पड़ेगा। वहीं जब इस सम्बन्ध में जानकारी लेने के लिए मुरार जिला अस्पताल सिविल सर्जन डॉ.व्ही.के.गुप्ता से दूरभाष पर सम्पर्क का प्रयास किया तो उनसे बात नहीं हो सकीद्ध ये नहीं हंै उपलब्ध ट्रॉमा सेंटर में फिलहाल वेन्टीलेटर, सेन्ट्रल ऑक्सीजन लाइन, सिस्टर, वार्डवॉय, ओटी फिजिशियन आदि उपलब्ध नहीं हैं।
इनका कहना है
''समस्याओं को सुधारने में समय लगता है और मैं आपकी इन समस्याओं का समाधान नहीं कर सकता हूँ। फिलहाल स्वाईन फ्लू के मामले में व्यस्त हूँ बाद में बात करूंगा।''
प्रवीर कृष्ण प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य सेवाएं