आर्टिफिशयल ज्वेलरी से हो सकता है खतरा

हो सकती हैं खुजली, सूजन या खून निकलने जैसी समस्याएं
ग्वालियर। आर्टिफिशयल ज्वैलरी हर किसी की त्वचा के अनुरूप हो, यह जरूरी नहीं है। अक्सर आर्टिफिशियल ज्वेलरी से एलर्जी जैसी कई समस्याएं उत्पन हो जाती हैं, जिसके इलाज के लिए बाद में चिकित्सकों के चक्कर लगाना पड़ते हैं। उसके बाद ये सस्ते गहने काफी महंगे पड़ जाते हैं। सामान्यत: आर्टिफिशियल ज्वैलरी में कई हानिकारक साल्ट का इस्तेमाल किया जाता है। इस कारण कई तरह की त्वचा संबंधी परेशानियां भी शुरू हो जाती हैं। आर्टिफिशियल ज्वैलरी के इस्तेमाल से आमतौर पर खुजली, सूजन या खून निकलने जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। कई बार इस वजह से बेहद घातक परिणाम भी भुगतने पड़ जाते हैं।
फैशन की दौड़ में लोग अक्सर किसी भी तरह का जोखिम उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं। कई बार ऐसी लापरवाही लोगों को किसी बड़े खतरे या बड़ी बीमारी तक भी पहुंचा सकती है। आर्टिफिशियल ज्वैलरी का असर भी कुछ हद तक ऐसा ही है। सोने के बढ़ते दाम, महंगाई और असुरक्षा की बजह से आजकल महिलाएं आर्टिफिशियल ज्वैलरी ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने लगी हैं। एक तो यह सस्ती होती है, दूसरी यह दिखने में बेहद आकर्षक और खूबसूरत होती है, लेकिन यह सस्ती आर्टिफिशियल ज्वेलरी कई बार बेहद महंगी साबित हो जाती है। निकिल बेहद सस्ता और भारी होता है, इसलिए ज्यादातर आर्टिफिशयल गहने इसी से बनते हैं। पर निकिल का परिणाम बहुत ज्यादा घातक होता है।
त्वचा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है
आमतौर पर महिलाओं को इससे इन्फेक्शन हो जाता है और उन्हें कई तरह की अन्य त्वचा संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार आर्टिफिशियल ज्वैलरी पहनने से त्वचा पर लाल चकते, खुजली, दाने, घाव या फफोले हो जाते हैं।
इन्होंने कहा
आर्टिफिशियल ज्वैलरी में निकिल की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे पूरे शरीर में एलर्जी हो सकती है। चूंकि इन ज्वैलरी में कैमिकल होता है, जिससे शरीर पर वो कैमिकल हमेशा के लिए शरीर के रंग को काला कर देता है। कभी-कभी तो आर्टिफिशियल ज्वैलरी से चमड़ी पर इतना ज्यादा प्रभाव पड़ता है कि मरीज को भर्ती करने तक की नौबत आ जाती है, लेकिन ये एलर्जी सभी को नहीं होती है। जिनकी चमड़ी ज्यादा संवेदनशील होती है, उन्हीं लोगों को बहुत ज्यादा एलर्जी होती है।
डॉ. अनुभव गर्ग, चर्मरोग विशेषज्ञ