आपूर्ति बढ़ने से चुनिंदा दलहनों की कीमत में गिरावट

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के थोक दलहन बाजार में गत सप्ताह सरकार द्वारा किये गये तमाम उपायों के बाद बाजार में आपूर्ति सुधरने से चुनिंदा दलहन कीमतों में गिरावट आयी है। वहीं फुटकर विक्रेताओं की मांग बढ़ने से कुछ अन्य दलहनों की कीमतों में मजबूती भी आई है।
बाजार सूत्रों ने आज कहा कि सरकार द्वारा बढ़ती कीमतों को अंकुश में रखने के लिए उठाये गये विभिन्न कदमों की वजह से बाजार में आपूर्ति की स्थिति में सुधार आने के बाद बाजार में पर्याप्त भंडार होने के कारण कारोबारी धारणा मंद हो गई है। इस बीच सरकार द्वारा दलहनों की घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए किये गये उपायों के तहत छापों के दौरान जब्त किये गये 1.3 लाख टन दलहनों में से करीब 51,000 टन दलहनों को बाजार में उतारा गया है।
सरकार बंदरगाहों पर पड़े दलहनों की निगरानी के अलावा इसकी घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए और अधिक मात्रा में दलहनों का आयात करने के मामले पर विचार कर रही है, जहां दलहनों की कीमतें खुदरा बाजार में 178 रूपये प्रति किलो के स्तर पर बनी हुई है। चालू वित्त वर्ष में खरीफ सत्र के लिए सरकार ने नाफेड, एसएफएसी और एफसीआई जैसी तीन सरकारी उपक्रमों को दलहनों की आरामदेह खरीद के लिए 90 करोड़ रपये जारी किये हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में उड़द और इसके दाल छिलका की कीमत 100-100 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 9,400-10,400 रुपये और 10,500-10,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। इसके दाल बेहतरीन क्वालिटी और धोया की कीमत भी समान अंतर की गिरावट के साथ क्रमश: 10,600-11,200 रुपये और 11,000-11,400 रुपये प्रति क्विंटल रह गई।
चना, चना दाल स्थानीय और बेहतरीन क्वालिटी की कीमत भी गिरावट दर्शाती हुई क्रमश: 5,250-5,700 रुपये, 5,450-5,750 रुपये और 5,650-5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुई जिनका पिछले सप्ताहांत का बंद भाव क्रमश: 5,250-5,800 रुपये, 5,550-5,800 रुपये और 5,750-6,050 रुपये प्रति क्विंटल था। बेसन शक्तिभोग और राजधानी की कीमत गिरावट के साथ क्रमश: 2,390-1,390 रुपये प्रति 35 किलो बैग रह गई। राजमा चित्रा की कीमत भी 50 रुपये की गिरावट के साथ 4,950-6,350 रुपये प्रति क्विंटल रह गई।
दूसरी ओर अरहर की कीमत पहले के 10,800 रपये से बढ़कर 11,300 रूपये प्रति क्विंटल हो गई जबकि छिटपुट सौदों के बीच इसके दाल दड़ा किस्म की कीमत में 12,000-15,000 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर कारोबार हुआ। मलका स्थानीय और बेहतरीन क्वालिटी की कीमत भी तेजी के साथ क्रमश: 7,000-7,300 रुपये और 7,100-7,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गई जिनका पिछले सप्ताहांत का बंद भाव क्रमश: 6,600-6,900 रुपये और 6,700-7,100 रुपये प्रति क्विंटल था। मोठ की कीमत 100 रुपये की तेजी के साथ 5,800-6,200 रुपये प्रति क्विंटल रही है।