भोपाल। नौकरशाही के रवैये से नाराज मुख्यमंत्री ने नये साल में प्रशासनिक फेरबदल करने का मन बना लिया है। नये साल में संयुक्त कलेक्टरों को प्रमोट करके अपर कलेक्टर बनाया जायेगा, वहीं कई जिलों के कलेक्टर से लेकर संभागायुक्तों के तबादलों की चर्चा है। इस्तीफा देने वाले ग्वालियर के संयुक्त कलेक्टर विवेक श्रोतिय की पदस्थापना की गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब आईएएस, आईपीएस व आईएफएस की सीआर खुद पढऩे का निर्णय लिया है। सीआर पढऩे के बाद अब मुख्यमंत्री अच्छा काम करने वाले अफसरों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दे सकते है, वहीं खराब प्रदर्शन वालों को लूप-लाइन में डालने की खबर है। प्रदेश में 11 आईएएस के प्रमुख सचिव बनने के बाद अब नये साल में बड़ी सर्जरी होगी।। मौजूदा प्रमुख सचिवों को भी इधर से उधर किया जायेगा। वर्तमान में जिन आईएएस को प्रमुख सचिव वेतनमान दिया गया है, उनमें पंकज अग्रवाल, कल्पना श्रीवास्तव, केसी गुप्ता और बीएल कांताराव को किसी भी विभाग की कमान मिल सकती है। इसके अलावा वीके बाथम को होशंगाबाद कमिश्नर के पद से हटाया गया था, उन्हें प्रमुख सचिव वेतनमान मिला है। प्रमुख सचिव बने रविन्द्र पस्तौर को फिलहाल सिंहस्थ के मददेनजर उज्जैन कमिश्नर ही रखे जाने की संभावना है। नीतिश भारद्वाज की पत्नी वित्त निगम की एमडी स्मिता भारद्वाज को भी प्रमुख सचिव पद मिल सकता है। उन्हें किसी भी विभाग का प्रमुख सचिव बनाया जा सकता है, सीमा शर्मा, अरूण पांडे, नीलम शमीराव और आषीष श्रीवास्तव को भी प्रमुख सचिव बनाया गया है। जिलों के कुछ कलेक्टरों को आयुक्त व एमडी के रूप में भोपाल लाया जा सकता है। नये साल की शुरूआत में इसकी संभावना है। वहीं ऐसे कलेक्टरों को हटाकर लूप लाइन में भेजा जा सकता है, जिनकी रिपोर्ट अच्छी नहीं है।
नए साल में होगी प्रशासनिक सर्जरी
Updated : 2015-12-31T05:30:00+05:30
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