बिना अनुमति आए छात्रों को लगाई फटकार

परीक्षा में फेल करने की शिकायत लेकर पहुंचे थे छात्र
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में गुरुवार को एसएलपी महाविद्यालय की भाराछासं इकाई के अध्यक्ष जितेन्द्र गुर्जर और उपाध्यक्ष विप्र भारद्वाज के नेतृत्व मेंं छात्रों ने कुलपति चेम्बर के बाहर धरना दिया। धरने के थोड़ी देर बाद विवि की कुलपति संगीता शुक्ला ने छात्रों को अपने चेम्बर में बुलाया तो छात्रों ने बताया कि बीए चतुर्थ सेमेस्टर के राजनीति विज्ञान विषय में करीब आधे छात्रों को फेल कर दिया गया है। इसे लेकर परीक्षा नियंत्रक से शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन उन्होंने रिव्यू कराने से इनकार कर दिया। इस पर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने छात्र नेताओं को फटकार लगाते हुए कहा कि आप लोग प्राचार्य की अनुमति के बिना आवेदन क्यों लाए हो। यदि तुम हंगामा करोगे तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इसी बीच कुलपति ने एसएलपी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आईबी सिंह को फोन लगाया तो उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा छात्रों को अनुमति नहीं दी गई है। यह सुनकर कुलपति ने छात्रों को समझाइश देते हुए कहा कि पहले प्राचार्य से अनुमति लाओ, तब कोई निर्णय लेंगे। इस दौरान प्रभारी परीक्षा नियंत्रक प्रो. डीसी तिवारी ने छात्र नेता विप्र भारद्वाज से कहा कि आप अपने प्रतिनिधि मंडल के रोल नंबर दे दो, हम कल रिव्यू करा देंगे। अगर उनमे कोई चेंज होंगे तो सभी के पुन: मूल्यांकन कराए जाएंगे। इस पर न तो स्वंय छात्र नेता तैयार हुए और न ही दूसरों के रोल नंबर दे सके। लिहाजा दोनों पदाधिकारियों की बोलती बंद हो गई और वे नाराज होकर चले गए।
छात्राओं को भी लगाई फटकार
कुलपति ने साइंस कॉलेज की छात्राओं को भी फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोग क्यों हंगामा कर रहे थे। जब 4 से 5 बजे तक मिलने के लिए कहा है तो फिर इंतजार क्यों नहीं किया। यह सुनकर छात्राएं बोलीं कि मैडम, हम लोग इनके साथ नहीं आए और न ही हमसे इनकी कोई बात हुई। छात्राओं ने कहा कि साइंस कॉलेज में एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर की कम्प्यूटर फैकल्टी में अधिकतर छात्रों को सिस्टम प्रोग्रामिंग विषय में फेल कर दिया था। जिसे परीक्षा नियंत्रक ने रिव्यू कराने के लिए कहा, लेकिन आज तक रिजल्ट नहीं आया। जब उनसे चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि आपका रिजल्ट नो चेंज आया है। इसको लेकर कुलपति ने आवेदन स्वीकार कर लिया।