आबादी क्षेत्र घोषित होगा मोरावन गांव: प्रभारी मंत्री

प्रभारी मंत्री ने किया जिले के आदिवासी ग्रामों का भ्रमण

श्योपुर। प्रदेश के सामान्य प्रशासन, नर्मदा घाटी विकास विमानन, नगरीय विकास, पर्यावरण विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री लाल सिंह आर्य ने आदिवासी विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम टिकटोली, मोरावन, अदवाड़ा, सेसईपुरा, गोरस में ग्रामीणों के साथ चौपाल कार्यक्रम में चर्चा कर फसलों में नुकसान का आकलन किया तथा रबी फसल के लिए सुविधाओं एवं आवश्यकताओं पर चर्चा की। उन्होंने ग्राम मोरावन एवं अदवाड़ा को आबादी क्षेत्र घोषित करने के निर्देश देते हुए कहा कि आगामी एक माह में इस संबंध में प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी।
इस अवसर पर जिलाधीश पीएल सोलंकी, पुलिस अधीक्षक एसके पाण्डे, वनमण्डलाधिकारी सीएस निनामा, कूनो सीएन मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत एचपी वर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी बाई, जिला पंचायत सदस्य कुबेर भिलाला, जनप्रतिनिधि विष्णु जाट एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
प्रभारी मंत्री श्री आर्य ने ग्रामीणों के साथ चौपाल पर चर्चा के दौरान कहा कि किसानों के लिए प्रदेश की सरकार चिंतित है तथा उनकी सहायता के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। किसानों से ऋण वसूली स्थगित कर दी गई है तथा ब्याज की राशि भी सरकार द्वारा जमा की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग द्वारा 50 प्रतिशत बकाया राशि जमा कर ट्रांसफार्मर बदलने के नियम को बदल दिया गया है तथा अब केवल 10 प्रतिशत राशि जमा कर ट्रांसफार्मर बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि फसल नुकसान के सर्वे का कार्य जारी है। इस आधार पर रिपोर्ट मिलते ही तहसील कराहल को भी सूखाग्रस्त घोषित कराने की कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मनरेगा अंतर्गत गांव-गांव में कार्य प्रारंभ किए गए है जिनमें आवश्यकतानुसार लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसलों का बीमा है उन्हें बीमा राशि तथा सर्वे के आधार पर मुआवजा राशि प्रदाय की जाएगी। उन्होंने ग्राम टिकटोली में 12 किसानों को तथा ग्राम सेसईपुरा में 36 किसानों को सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर सिस्टम का वितरण किया गया। उन्होंने ग्राम मोरावन में कन्या छात्रावास तक सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया तथा ग्रामीणों से चर्चा के दौरान मेदा आदिवासी एवं पीरो आदिवासी को बीपीएल में शामिल कर पेंशन योजना का लाभ देने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने ग्रामों में स्वास्थ्य, शिक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, रोजगार की उपलब्धता, पेयजल की स्थिति, विद्युत व्यवस्था, किसानों की फसलों में नुकसान, आगामी रबी फसल के लिए रणनीति तथा अन्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा कर कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ देने के लिए घर-घर सर्वे कराया जा रहा है तथा चिन्हित हितग्राहियों को जिला स्तर पर साधिकार सम्मेलन आयोजित कर लाभ का वितरण किया जाएगा।
आदिवासियों को भूमि पर हक दिलाया जाएगा
जिले के प्रभारी मंत्री लाल सिंह आर्य ने कराहल में एकता परिषद के धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कराहल विकासखण्ड में प्रशासन द्वारा आदिवासियों को कब्जे की भूमि छुड़ाकर उन्हें कब्जा दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित है कि आदिवासियों को उनका हक मिले और इस दिशा में कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कराहल तहसील का सर्वे किया जा रहा है रिपोर्ट के आधार पर आगामी एक दो दिनो में सूखाग्रस्त तहसीलों की घोषणा होने वाली है। संभावना है कि कराहल भी सूखा ग्रस्त तहसील घोषित होगी। इस अवसर पर एकता परिषद द्वारा प्रभारी मंत्री श्री आर्य को तीन सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भी दिया गया।


प्रभारी मंत्री ने रेडियो से दिया संदेश
जिले के प्रभारी मंत्री लाल सिंह आर्य ने सेसईपुरा स्थित सामुदायिक रेडियो स्टेशन वन्या से कराहल क्षेत्र के ग्रामीणों को रेडियो पर अपना संदेश दिया। लगभग 20 मिनट के अपने सार गर्भित संदेश में उन्होंने कहा कि अल्प वर्षा के कारण फसल नष्ट होने पर किसान चिंता न करें। प्रदेश की सरकार उनके साथ खड़ी है। किसान के माथे पर चिंता की लकीरें प्रदेश की चिंता बन जाती हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है इसी क्रम में 25 से 27 अक्टूबर तक मंत्री से लेकर अधिकारी तक किसानो के पास जा रहे हैं तथा उनकी कठिनाइओं को आंकलन एवं निराकरण कर रहे है। उन्होंने किसानों को संदेश दिया कि प्रदेश की सरकार किसानों की सरकार है तथा किसान हितैषी कई निर्णय लिए जा रहे हैं। इस अवसर पर उनके द्वारा किसान कल्याण के संबंध में तमाम जानकारी प्रदान की गई।

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