प्रकृति संरक्षण में भी आगे आएं संस्थाएं: बरूआ
श्योपुर । सामाजिक गतिविधियों के साथ साथ ही प्रकृति के संरक्षण में भी नवांकुर संस्थाएं योगदान करें, क्योंकि समाज के लिए बहुउपयोगी और जीवन की सूत्रधार नदियां, वृक्ष और ऊर्जा का अधिक से अधिक संरक्षण हो सके। उक्त बात जन अभियान परिषद के सम्भागीय समन्वयक सुशील बरूआ ने मंगलवार को जिला पंचायत सभागार में आयेाजित नवांकुर संस्थाओं की बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि नवांकुर संस्थाओं को सहयोग देकर जन अभियान परिषद का उद्देश्य है कि समाज में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जनजागरूकता लाकर प्रकृति के सरंक्षण में जनसहयोग मिले। इसके तहत नदी संरक्षण अभियान का संचालन भी जन अभियान के अंतर्गत नवांकुर संस्थाओं द्वारा किया जायेगा, वहीं ग्राम में ऊर्जा संरक्षण हेतु अधिक से ग्राम में सीएफएल सहित वृक्षारोपण, जैविक खेती, स्वच्छता अभियान आदि में जनसहयोग बढ़ाया जा सके। इस अवसर पर सम्भागीय समन्वयक श्री बरूआ ने नवांकुर संस्थाओं की विगत माह में की गतिविधियों की जानकारी लेकर आगामी कार्यक्रमों को लेकर मार्गदर्शित किया। बैठक में जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक शैलेन्द्र सिंह सोलंकी ने कहा कि नवांकुर संस्थाएं स्वच्छता अभियान के साथ ही ग्रामीण एवं आवंटित क्षेत्रों में सक्रियता से कार्य कर जनभागीदारी को बढ़ाएं। इस अवसर पर नदी अभियान को लेकर रूपरेखा तय की गई। बैठक में प्रमुख रूप से विकासखण्ड समन्वयक जयप्रकाश शर्मा सहित नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि मुन्नालाल गुप्ता, काशीराम सेंगर, उमेश सक्सेना, प्रमोद तिवारी, हेमंत शर्मा, गिर्राजकिशोर शर्मा, रघुराज शर्मा, भास्कराचार्य टकसाली, कमलेश राठौर सहित बड़ी संख्या में नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।