आज भी भारत में बसते हैं महात्मा गांधी: ओबामा

आज भी भारत में बसते हैं महात्मा गांधी: ओबामा
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आज भी भारत में बसते हैं महात्मा गांधी: ओबामा
नयी दिल्ली, एजेंसी First Published:25-01-15 03:49 PMLast Updated:25-01-15 03:53 PM

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि आज भी भारत में गांधी की विचारधारा बसती है। तीन दिन की यात्ना पर आज सुबह नयी दिल्ली पहुंचे ओबामा राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत के बाद सीधे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट पर ओबामा ने हाथ जोडकर और झुककर महात्मा गांधी के प्रति सम्मान प्रकट किया। उन्होंने समाधि पर पुष्पचक्र भी रखा।

अपने जीवन पर महात्मा गांधी के प्रभाव का बार-बार उल्लेख करने वाले ओबामा ने समाधि स्थल पर रखी अतिथि पुस्तिका में अंग्रेजी में लिखा। डाक्टर मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने जो कहा था कि वह आज भी सच है। आज भी भारत में गांधी की विचाराधार बसती है। यह पूरी दुनियां के लिए एक बहुमूल्य उपहार है। मेरी कामना है कि सभी लोग और राष्ट्र सदैव गांधी जी द्वारा दिखाये गए प्रेम और शांति के पथ पर चल सकें।

अधिकारियों ने राजघाट पर ओबामा को महात्मा गांधी के प्रिय चरखे की प्रतिकृति भेंट की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने राजघाट पर पीपल का एक पौधा भी लगाया। वह वर्ष 2012 में जब पहली बार भारत की यात्ना पर आये थे। उस समय भी उन्होंने गांधी जी की समाधि पर जाकर उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की थी।

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नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि महात्मा गांधी की आत्मा भारत में आज भी जिंदा है। ओबामा भारत के 66वें गणतंत्र दिवस परेड समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हिस्सा लेने यहां आए हुए हैं। उन्होंने राजघाट स्थित महात्मा गांधी के समाधि स्थल के आगंतुक पुस्तिका में लिखा, डॉ.मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने जो कहा था, वह आज भी सही है कि गांधी की आत्मा भारत में आज भी जिंदा है। यह दुनिया को बहुत ब़डा तोहफा है। सभी देश और लोग इसी तरह उनके प्रेम और शांति की भावना के साथ रहें।
तीन-दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे ओबामा अक्सर महात्मा गांधी की विरासत का स्मरण करते रहते हैं और उन्हें एक प्रेरणादायी हस्ती बताते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति को राष्ट्रपिता की अर्धप्रतिमा, चरखा, खादी से निर्मित एक स्मारक पत्र, जिसपर सात सामाजिक बुराइयां छपी हुई थीं, प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त गांधी की आत्मकथा द स्टोरी ऑफ माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रथ भी भेंट की गई।
राजघाट समाधि के सचिव रजनीश कुमार ने बताया, हमने उन्हें गांधी की अर्धप्रतिमा, खादी का स्मारक पत्र (जिसपर सात सामाजिक बुराइयां छपी हुई हैं), तीन पुस्तकें-गांधी की आत्मकथा सहित माइंड ऑफ महात्मा गांधी और महात्मा गांधी 100 ईयर्स भेंट की। ओबामा इससे पहले नवंबर, 2010 में भारत दौरे के वक्त राजघाट गए थे। आठ नवंबर, 2010 को पिछली बार ओबामा ने अपने दौरे पर आगंतुक पुस्तिका में लिखा था, हम हमेशा महान आत्मा को याद करेंगे, जिन्होंने शांति, सहनशीलता और प्रेम के संदेश से दुनिया बदल दी। उनके निधन के 60 साल से अधिक वक्त बाद भी उनकी दिखाई रोशनी विश्व को प्रेरित कर रही है।


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