पीएमटी काण्ड : ढाई लाख खर्च कर लिया था फर्जी प्रवेश

ग्वालियर। पुलिस ने आज गजराराजा मेडीकल कॉलेज के वर्ष-2010 के छात्र विकास माहौर पुत्र ओमप्रकाश माहौर उम्र 28 साल नि. निम्बाजी की खोह, जीवाजीगंज ग्वालियर को गिरफ्तार कर लिया है। पीएमटी फर्जीवाड़े की जांच कर रही पुलिस को सूचना मिली थी कि गजराराजा मेडीकल कॉलेज का वर्ष 2010 के छात्र विकास माहौर ने सोल्वर बैठाकर फर्जी ढंग से परीक्षा पास की है। पुलिस ने सूचना पर से प्राथमिकी पंजीबद्व की जांच की तो शिकायत सही मिली। आरोपी विकास माहौर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने विनय कुमार पटेल जो कि गांधी मेडीकल कॉलेज भोपाल का छात्र था को ढाई लाख रुपये दिए थे और अपना फर्जी ढंग से गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश करवाया था । वर्ष 2010 में विकास ने अपना पी.एम.टी. का फार्म और 2 फोटो विनय पटेल को दिए थे। विनय पटेल ने यह फोटो मिक्स करके लगाई थी और उसका सेंटर एलएलसीटी भोपाल भरा था । भोपाल में वह परीक्षा देने के लिये नहीं गया था । उसकी जगह किसी सोल्वर को बैठाया था । विकास माहौर ने बताया कि उसका पिता ओमप्रकाश माहौर अभी बांदा (उ.प्र.) के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर हैं। पुलिस ने आरोपी विकास माहौर को गिरफ्तार कर लिया है और दलाल विनय पटेल की तलाश शुरू कर दी है।
पहले गिरफ्तार फिर एफआईआर
पीएमटी फर्जीवाड़े में दलाल को राशि देकर गजाराजा चिकित्सा महाविद्यालय में फर्जी प्रवेश लेने वाले विकास पुत्र ओमप्रकाश माहौर के विरुद्ध पुलिस ने 13 सितम्बर की सुबह झांसी रोड थाने में भादंवि की धारा 420, 419,467 ,468,470,120बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की। हालांकि आरोपी के परिजनों के अनुसार पुलिस ने उसे दो दिन पहले ही उठा लिया था। पुलिस इस आरोपी से पीएमटी फर्जीवाड़े में पूछताछ कर चुकी है।
गौरव व ज्ञानेन्द्र को भेजा पुलिस हिरासत में
पुलिस ने शनिवार को न्यायिक दण्डाधिकारी महेश झा के समक्ष पीएमटी फर्जीवाड़े के आरोपी ज्ञानेन्द त्रिपाठी एवं गौरव भदौरिया को पेश किया गया। जहां सुनवाई के उपरांत न्यायालय ने गौरव भदौरिया को 28 सितम्बर एवं ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी को 24 सितम्बर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। 

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