दीपक को 12 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
ग्वालियर। 21 दिनों तक पुलिस हिरासत में रहने के बाद प्रथम श्रेणी न्यायिक दण्डाधिकारी महेश झा ने पीएमटी फर्जीकाण्ड के सरगना दीपक यादव को 19 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। 16 जुलाई को गिरफ्तार करने के बाद अगले दिन 17 जुलाई को पुलिस ने दीपक यादव को न्यायालय में पेश किया था। जहां से उसे 30 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। वहीं फर्जीकांड के एक और आरोपी परमानंद वाधवा को न्यायालय ने नौ अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया। सहायक जिला अभियोजन अधिकारी नीलम राय ने न्यायालय को बताया कि आरोपी के विरुद्ध एक और अपराध क्रमांक में प्रकरण दर्ज किया गया है जिसके संबंध में आरोपी से पूछताछ करना है ।
आज आएगा पुलिस का जवाब
न्यायालय के आदेश की अवमानना के प्रकरण में पुलिस शुक्रवार को अपना पक्ष रखेगी। विदित है कि दीपक यादव के अभिभाषक ने आवेदन देते हुए आवेदक का हर 48 घंटे में चिकित्सकीय परीक्षण कर न्यायालय में प्रस्तुत करने की मांग की थी। उनके आवेदन को स्वीकार करते हुए न्यायालय ने पुलिस को चिकित्सकीय परीक्षण कर हर 48 घंटे में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था लेकिन पुलिस ने आदेश का पालन नहीं किया। जिस पर नाराजगी जताते हुए न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध विविध न्यायिक प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया था। जानकारी के अनुसार पुलिस अधिकारी इस संबंध में आज अपना पक्ष रखेंगे।
13 संदिग्ध चिकित्सा छात्रों को नोटिस
गजाराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में पुलिस द्वारा सौंपी गई सूची की स्क्रूटनी के बाद महाविद्यालय प्रबन्धन ने छात्रों को नोटिस जारी कर दिए। प्रबन्धन ने इसके लिए जो 15 नाम निकाले थे उनमें एक महाविद्यालय का विद्यार्थी नहीं है एवं एक अन्य पहले ही अपना पक्ष एक्शन कमेटी के समक्ष रख चुका है। इसके चलते शेष 13 संदिग्ध विद्यार्थियों को 22 अगस्त को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि न्यायालय द्वारा आदेश जारी किया गया था कि चिकित्सा विद्यार्थियों का निष्कासन करने से पहले उनका पक्ष भी सुना जाए। उसेे ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय प्रबन्धन द्वारा संदिग्ध विद्यार्थियों का पक्ष जानने के लिए एक्शन कमेटी का गठन किया गया था। गुरुवार को महाविद्यालय द्वारा 13 विद्यार्थियों को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने के लिए 15 दिवस का समय दिया गया है। हांलाकि जिनको नोटिस जारी किए गए हैं उनमें से ज्यादातर विद्यार्थी पुलिस द्वारा पहले ही पकड़े जा चुके हंै। एक्शन कमेटी पक्ष सुनने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। वहीं विद्यार्थी की शैक्षणिक गतिविधियां, जबाव, पुलिस रिकार्ड एवं अन्य जानकारियों को आधार बनाकर कार्रवाई की जाएगी।
''13 संदिग्ध विद्यार्थियों को पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी कर उन्हें 22 अगस्त को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।
डॉ.जी.एस.पटेल
अधिष्ठाता, गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय