भारत को वैश्विक नेता बनाने के लिए तेज गति से काम करे डीआरडीओ: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रक्षा अनुसंधान तथा विकास संगठन(डीआरडीओ)के कार्यक्रम में वैज्ञानिकों को सम्मानित करते हुए कहा कि भारत को वैश्विक नेता बनाने के लिए रक्षा अनुसंधान में सुप्रयोग और तेज गति से काम करने की आवश्यकता है।
मोदी ने वैज्ञानिकों से अपील की कि वे सीमा पर तैनात जवानों की बेहतरी के लिए और ज्यादा काम करें तथा छात्रों और जवानों से संवाद करें ताकि नई आइडिया सामने आ सकें।
इस अवसर पर प्रधामनमंत्री के साथ रक्षा मंत्री अरुण जेटली भी डीआरडीओ के कार्यक्रम में पहुंचे। मोदी ने वैज्ञानिकों का उत्साहवर्द्धन करते हुए कहा कि डीआरडीओ वैज्ञानिकों को जवानों के जीवन को अधिक सहज बनाने के लिए नवोन्मेषी विचारों के साथ आगे आना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा, हमें वेद से प्ररेणा मिलती है। वैज्ञानिक भी तपस्वी होते हैं। वह अपने लैब में तपस्या करते हैं जिससे कई आइडिया सामने आते हैं। देश के वैज्ञानिकों को सेना के जवानों और छात्रों से सीधा संवाद की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि देश में डीआरडीओ के करीब 50 लैब हैं इनमें से 5 लैब 35 साल से कम उम्र के वैज्ञानिकों के हाथ में सौंप देने चाहिए ताकि नए और ताजा आइडिया आ सके। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि हम समय से पहले काम पूरा करें।
मोदी ने कहा कि देश के विकास में वैज्ञानिकों का काफी अहम भूमिका है। इस मौके पर मोदी ने कहा कि हमारे देश के सामने सबसे बड़ा चैलेंज है कि हम तेजी से कैसे काम करें। दुनिया आज बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। अगर हम तेजी के साथ और समय पर काम नहीं करते हैं तो बहुत पीछे रह जाएंगे।