भारत की सफलता में अहम होगी कोहली, पुजारा की भूमिका

नाटिंघम | अपेक्षाकृत अनुभवहीन आक्रमण होने के कारण भारत का इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में दारोमदार उसके बल्लेबाजों पर होगा और इनमें भी विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा पर सभी की निगाहें लगी रहेंगी। दोनों टीमों ने बुधवार से नाटिंघम में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। कोहली और पुजारा के लिए विपरीत परिस्थितियों में यह कड़ी परीक्षा होगी।
कोहली और पुजारा को तेंदुलकर-द्रविड़ की अगली जोड़ी माना जाता है और इंग्लैंड सीरीज उनके लिए कड़ी परीक्षा होगी। इंग्लैंड की टीम 2012-13 में जब भारत दौरे पर आई थी तो कोहली उनके मुख्य निशाने पर था। उसने कोहली के लिए जाल बिछाया था और उनके लिए अलग तरह का क्षेत्ररक्षण सजा दिया जाता था। वे अपनी रणनीति में सफल रहे और कोहली चार मैचों की इस सीरीज में केवल 188 रन बना पाए। लेकिन उन्होंने नागपुर में आखिरी टेस्ट मैच में शतक जड़ा और इसे अपने लिए एक सीख करार दिया।
कोहली ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में उनका औसत क्रमश: 68 और 71.33 रहा और अब टीम को इंग्लैंड में भी उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद है। इसके विपरीत पुजारा जब पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ खेले तो वह काफी सफल रहे थे। उन्होंने 2012-13 की सीरीज में चार मैचों में 87.60 की औसत और दो शतकों की मदद से 438 रन बनाए। उनके शतकों में एक दोहरा शतक भी शामिल था।