तीन दिन में सात मीटर उतरा चंबल का जलस्तरप

पार्वती एक्वाडेक्ट से ओवरफ्लो के बाद गुरुवार को 130 मीटर तक पहुंचा था जलस्तर

मुरैना। पार्वती सहित अन्य सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि से गुरुवार को राजघाट पर 130 मीटर तक पहुंचें चंबल नदी के जलस्तर में शनिवार को गिरावट आई। जिसके बाद जलस्तर 7 मीटर घटकर 123.60 मीटर पर आ गया।
अंचल में अवर्षा के हालात बनने के बावजूद गुरुवार को जब चंबल नदी का जलस्तर 130 मीटर तक पहुंचा, तो लोग हैरान थे। जलस्तर बढऩे की वजह श्योपुर सहित ऊपरी क्षेत्र में पिछले दिनों हुई बारिश को बताया जा रहा है। लगातार बारिश से चंबल की सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा, तो चंबल के जलस्तर में भी बढ़ौत्तरी हुई। नतीजतन 21 जुलाई को 120 मीटर के निशान तक बना हुआ जलस्तर 24 जुलाई को खतरे के निशान से महज 8 मीटर 130.20 मीटर पर पहुंच गया। ऊपरी क्षेत्रों में बारिश और पार्वती एक्वाडेक्ट से ओव्हरफ्लो में कमी आई तो शुक्रवार से चंबल का जलस्तर भी उतरने लगा। जिसके बाद शनिवार की सुबह चंबल का जलस्तर उतरकर 123.60 मीटर पर दर्ज किया गया।

राजघाट पर 138 मीटर पर है खतरे का निशान
हाईवे स्थित चंबल नदी के राजघाट पर खतरे का निशान 138 मीटर पर है। हालांकि प्रशासन द्वारा जलस्तर के 136 मीटर पर पहुंचने के बाद ही
एहतियातन पुल से आवागमन को बंद कर दिया जाता है।

खाली है कोटा बैराज बांध
चंबल नदी पर राजस्थान के कोटा में बना कोटा बैराज इस बार हल्के मानसून के चलते 26 जुलाई तक खाली बना हुआ है। शनिवार को बांध में जलस्तर 853 फुट पर था। बांध के खाली होने से फिलहाल चंबल नदी के जलस्तर में बढ़ौत्तरी होने की संभावनाऐं भी नगण्य है।

राजघाट पर पिछले पांच दिन का जलस्तर
21 जुलाई 120.10 मीटर
22 जुलाई 120.20 मीटर
23 जुलाई 122.60 मीटर
24 जुलाई 130.20 मीटर
25 जुलाई 124.10 मीटर
26 जुलाई 123.60 मीटर

(आंकड़े जल संसाधन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर)

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