आप पर फ़िरा झाडु, 2400 कार्यकर्ताओं ने छोडी पार्टी

आप पर फ़िरा झाडु, 2400 कार्यकर्ताओं ने छोडी पार्टी
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लखनऊ | देश में जारी लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तब और बढ़ गई, जब आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य मकसूद उल हसन काजमी ने पार्टी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्य रहे अश्विनी उपाध्याय और उनके साथियों ने आप मुखिया अरविन्द केजरीवाल पर तानाशाह होने का अरोप लगाया है। अश्विनी ने यह दावा किया है कि सोमवार को लखनऊ में लगभग 2500 कार्यकर्ताओं ने उनके साथ पार्टी छोड़ी है।
काजमी ने आप की सदस्यता छोड़ते हुए पार्टी और कुछ उद्योगपतियों के बीच मिलीभगत का आरोप भी लगाया।
आम आदमी पार्टी (आप) के संस्थापक सदस्य रहे अश्विनी उपाध्याय और उनके साथियों ने आप मुखिया अरविन्द केजरीवाल पर तानाशाह होने का अरोप लगाया है। अश्विनी ने यह दावा किया है कि सोमवार को लखनऊ में लगभग 2500 कार्यकर्ताओं ने उनके साथ पार्टी छोड़ी है। । उन्होंने कहा, "पार्टी अपने मुद्दे से भटक कर वामदलों की विचारधारा को आत्मसात करना शुरू किया है।"
अश्विनी ने कहा, "बनारस में केजरीवाल की कोई लहर नहीं है। हम अपने साथियों के साथ मिलकर 29 अप्रैल से उनके खिलाफ प्रचार शुरू करेंगे और बनारस की जनता को उनकी सच्चाई बताएंगे।"
उन्होंने कहा कि केजरीवाल भ्रष्टाचार मिटाने का ढोंग कर रहे हैं। वह खुद ही भ्रष्टाचार में लिप्त नजर आने लगे हैं। इस पार्टी ने जो पहला उद्देश्य बनाया था, उससे अब पूरी तरह पीछे हटती जा रही है। पार्टी के इस रवैये से पुराने कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है।
उन्होंने केजरीवाल से पूछा है कि दिल्ली में 49 दिनों के शासन में फोर्ड फाउंडेशन, खाड़ी देशों तथा अन्य देशों से धन प्राप्त करने वाले एनजीओ और व्यक्तियों के खिलाफ किसी प्रकार की न्यायिक या सीबीआई जांच की अनुशंसा क्यों नहीं की गईं जो कि अपना रिटर्न दाखिल नहीं करते हैं।
अश्विनी ने टीम केजरीवाल के सदस्यों मनीष सिसोदिया, योगेन्द्र यादव, मेधा पाटेकर, मीरा सांन्याल से पूछा है कि आम आदमी पार्टी ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप मे अब तक फोर्ड फाउंडेशन, अमेरिका एवं अन्य देशों से कितना धन प्राप्त किया है। भारतीय इमाम परिषद के अध्यक्ष काजमी ने आप पर कई आरोप लगाए और कहा कि आप के संस्थापक सदस्य अरविंद केजरीवाल अपने भाषणों में सिर्फ दो ही उद्योग घरानों का जिक्र क्यों करते हैं।
काजमी ने सवालिया लहजे में कहा, "आप (केजरीवाल) हमेशा अंबानी पर हमले करते हैं, लेकिन रतन टाटा की तारीफ क्यों करते हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि केजरीवाल ने 1989 से 1992 तक टाटा के लिए काम किया है।"
काजमी ने आप पर आरोप लगाते हुए कहा, "मैं अच्छी तरह जानता हूं कि आप नेता प्रशांत भूषण को सारी सूचनाएं और दस्तावेज देश का एक प्रभुत्वशाली औद्योगिक परिवार उपलब्ध करवाता है। प्रशांत भूषण अरविंद केजरीवाल का उपयोग कर औद्योगिक रंजिश चुकाने में एक औद्योगिक घराने का साथ दे रहे हैं।"
काजमी ने केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मुस्लिम नेताओं के प्रभाव का इस्तेमाल कर मुस्लिम समुदाय में पैठ बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने एक बार भी मुजफ्फरनगर दंगों की निंदा नहीं की।

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