जनमानस
मंदिर-मस्जिद सड़क पर क्यों?
मैं शहर भर में देख रहा हूं। मंदिर-मस्जिद सड़क के बीच अथवा साइड में स्थापित है और मजे की बात यह है। कि इन मंदिर मस्जिदों की आड़ में कथित धर्म के ठेकेदार अपने स्वार्थ की रोटियां सेंक रहे हैं। क्या हम वास्तव में धार्मिक हैं।
खुद के निवास हेतु आलीशान भवन बनाते है। लॉन, स्वीमिंग पूल, किचन, बड़ा सा बाथ रूम बनाते हैं और भगवान को दरवाजे पर बैठा देते है। चबूतरे अथवा सड़क पर क्यों? क्या उनके लिए अपनी जगह पर मंदिर मस्जिद नहीं बना सकते, सड़क पर धार्मिक स्थल यातायात बाधित करते है। उन्हें प्रशासन को शिफ्ट कर आम रास्ता सुरक्षित करना चाहिए।
कुंवर वीरेन्द्र सिंह विद्रोही, ग्वालियर
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