नई दिल्ली। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने औ विधानसभा भंग कर राज्य में नए सिरे से चुनाव कराने की उपराज्यपाल से सिफारिश किए जाने के बाद भाजपा और कांग्रेस का रूख सामने आ रहा है। भाजपा ने कहा है कि वह वैकल्पिक सरकार बनाने की बजाय नए सिरे से जनादेश मांगना चाहेगी। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं से चुनावी तैयारी करने को कह दिया है।
भाजपा नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता हर्षवर्धन ने कहा, ""मैंने 8 दिसंबर को (दिल्ली विधानसभा के नतीजे आने के बाद) कहा था कि हमारे पास संख्या नहीं है। अगर अगले हफ्ते भी चुनाव कराए जाएं तो भी हम तैयार हैं।"" भाजपा का आरोप है कि अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए दिल्ली सरकार चलाने से ज्यादा लोकसभा में चुनावी फायदा लेने के लिए केजरीवाल ने इस्तीफा दिया है। इस मसले पर भाजपा शनिवार को बैठक करने जा रही है। 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भाजपा को 31 सीटें मिली थीं जबकि उसके सहयोगी शिरोमणि अकाली दल को एक सीट मिली थी। इस तरह भाजपा सबसे बडी पार्टी के तौर पर उभरी थी, मगर बहुमत से वह चार कदम दूर रह गई थी।
केजरीवाल पर वादों को पूरा करने में बुरी तरह विफल रहने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता ने कहा कि उनकी पार्टी "जनलोकपाल के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हम कभी जनलोकपाल विधेयक के खिलाफ नहीं थे। आज भी हम जनलोकपाल विधेयक के प्रति पूरी तरह वचनबद्ध हैं।" आप सरकार पर हमला करते हुए हर्षवर्धन ने केजरीवाल पर सभी मोर्चो पर विफल रहने और सिर्फ झूठे वादे करने का आरोप लगाया।
दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि उन्होंने अपना समर्थन वापस नहीं लिया है, बल्कि खुद केजरीवाल ने इस्तीफा दिया है। कांग्रेस का कहना है कि वित्तीय बिल पर कांग्रेस ने सरकार का समर्थन किया था।
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का एक ग्रुप मानता है कि इससे दिल्ली में पार्टी को नुकसान हो सकता है इसलिए आने वाले दिनों में कांग्रेस केजरीवाल को एक्सपोज करने के लिए बडे पैमाने पर आंदोलन चलाएगी। गौरतलब है कि शुक्रवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के इस्तीफे के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। विधानसभा में जनलोकपाल बिल के पास नहीं होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। केजरीवाल ने सिफारिश की है कि दिल्ली विधानसभा को जल्द से जल्द भंग किया जाए और जल्द चुनाव कराए जाएं। केजरीवाल के इस्तीफे से उत्पन्न हालात पर अब उपराज्यपाल नजीब जंग अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेजेंगे। गृह मंत्रालय इस रिपोर्ट को राष्ट्रपति के पास भेजेगा, जो विधानसभा को भंग करने पर आखिरी फैसला लेंगे।
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भाजपा ने कहा, नहीं बनाएंगे वैकल्पिक सरकार, लडेंगे चुनाव
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Updated : 2014-02-15T05:30:00+05:30
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