थोक मुद्रास्फीति घटकर 7 माह के निचले स्तर पर
नई दिल्ली | खाद्य वस्तुओं विशेषकर सब्जियों की कीमतों में गिरावट से जनवरी में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर सात महीने के निचले स्तर 5.05 प्रतिशत पर आ गई। यह लगातार दूसरा महीना है जब थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में गिरावट आई है।
दिसंबर में यह 6.16 प्रतिशत थी। शुक्रवार को जारी थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के मुताबिक, जनवरी के दौरान खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति घटकर 8.80 प्रतिशत पर आ गई, जो इससे पिछले महीने 13.68 प्रतिशत थी।
इस दौरान सब्जियों की मुद्रास्फीति घटकर 16.60 प्रतिशत पर आ गई, जबकि दिसंबर में यह 57.33 प्रतिशत थी। जनवरी के दौरान प्याज के दाम बढ़ने की रफ्तार घटकर 6.59 प्रतिशत पर आ गई जो दिसंबर में 39.56 प्रतिशत थी। वहीं जनवरी में आलू की मुद्रास्फीति 21.73 प्रतिशत थी।
आलोच्य माह में फलों के साथ ही अंडे, मीट व मछली वर्ग की मुद्रास्फीति भी कम हुई, इस दौरान दूध की मुद्रास्फीति मामूली रूप से बढ़कर 7.22 प्रतिशत पर पहुंच गई। इसी सप्ताह के शुर में जारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर दो साल के निचले स्तर 8.79 प्रतिशत पर आ गई, जबकि दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन में 0.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों के मुताबिक, प्राथमिक वस्तुओं की मुद्रास्फीति 6.84 प्रतिशत, जबकि ईंधन व बिजली की मुद्रास्फीति 10.03 प्रतिशत रही। वहीं विनिर्मित उत्पादों जैसे चीनी व खाद्य तेल की मुद्रास्फीति मामूली रूप से बढ़कर 2.76 प्रतिशत रही।