नहीं लगा विपणन प्रबंधक का सुराग
शिवपुरी। दो दिन पहले पाडरखेड़ा रेलवे स्टेशन से अगवा किए गए आरटीआई लिमिटेड कम्पनी बंगलौर के इंजीनियर जयपाल खलको का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है, जबकि मजदूर तुलसी आदिवासी डकैतों के चंगुल से छूटकर बीती रात करीब 7 बजे अपने घर पहुंच गया। पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया है। डकैत गिरोह ने उसे बम्हारी के जंगल में छोड़ा था। फिलहाल गिरोह की तलाश में पुलिस जंगल में सर्चिंग कर रही है।
तुलसी आदिवासी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि रेलवे ट्रेक पर टेलीकॉम कम्युनिकेशन का काम कर रही आरटीआई लिमिटेड कम्पनी के इंजीनियर जयपाल खलको और उसका अपहरण सात सदस्यीय हथियारबंद डकैत गिरोह ने किया था। जयपाल खलको और मजदूर तुलसी आदिवासी शनिवार को पाडरखेड़ा से दो कि.मी. शिवपुरी की ओर रेलवे ट्रेक पर काम कर रहे थे। काम खत्म करने के बाद सब कर्मचारी अपने स्थल पर पहुंच गए, लेकिन इंजीनियर जयपाल और तुलसी नहींं पहुंचे। आईटीआई कम्पनी के प्रोजेक्ट प्रभारी जगदीश ने बताया कि दोनों अपहृत रेलवे के किलोमीटर 1221 नम्बर पर काम कर रहे थे। दोपहर में जब उन्होंने जयपाल का मोबाइल लगाया तो स्विच ऑफ मिला। जब वह काम की जगह पर पहुंचे तो काम अधूरा पड़ा हुआ था तथा घटनास्थल पर गेंती-फावड़े मिले। इसके बाद गोपालपुर थाना पुलिस को सूचना दी गई और पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया।
रेलवे का काम हो सकता है प्रभावित
पहले भी पाडरखेड़ा रेलवे स्टेशन से गड़रिया गिरोह ने रेलवे इंजीनियर ज्ञानेन्द्र सिंह परमार और गनमैन का अपहरण किया था। इसके बाद पाडरखेड़ा रेलवे स्टेशन बंद कर दिया गया और यहां से क्रॉसिंग की सुविधा भी समाप्त हो गई, लेकिन सूचीबद्ध गिरोह के खात्मे के बाद पुन: इस स्टेशन का काम शुरू हुआ, परंतु अब एक बार फिर स्टेशन शुरू होने की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है क्योंकि अपहरण के बाद कम्पनी ने काम न करने का निर्णय लिया है। पाडरखेड़ा के क्रॉसिंग स्टेशन बनने के लिए टेलीकॉम लिंग महत्वपूर्ण है और कम्युनिकेशन के काम नहीं होने पर क्रॉसिंग शुरू नहीं हो पाएगी।
डकैतों ने मांगे 50 लाख?
इमलिया के जंगल से अपहृत किये गए मार्केटिंग मैनेजर को छोडऩे के एवज में डकैतों द्वारा 50 लाख रुपए की फिरौती के रूप में मांग की जा रही है। यह कहना है डकैतों के चंगुल से मुक्त हुए तुलसीराम आदिवासी का, फिरौती जैसी बात को पुलिस ने स्पष्ट नहीं किया है। फिलहाल पुलिस तुलसीराम को लेकर जंगल में सर्चिंग के लिए कूद पड़ी है। बताया गया है कि डकैत संख्या में सात हैं और सभी हथियारों से लैस है, लेकिन डकैत गिरोह किसका है, अभी यह खुलासा नहीं हुआ है।