प्रशासन झुका, आंदोलन स्थगित

मामला भाजपा नेता पर प्रकरण दर्ज करने का
गोहद। विद्युत बिल की समस्या को लेकर जनता द्वार किए जा रहे आंदोलन के तहत सुबह के समय से ही सड़कों पर भीड़ निकल आई। व्यापारियों ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर आंदोलन में सहयोग किया। लगभग चार पांच घण्टे तक रहे बाजार बंद के बाद गोहद अनुविभागीय अधिकारी उमा करारे, नायब तहसीलदार आर.आर. रावत के बीच हुई चर्चा के बाद आंदोलन स्थगित हो गया।
विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं को भेजे गए अनुमानित खपत के बिल, ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले ट्रांसफार्मरों पर लिए जा रहे सुविधा शुल्क के खिलाफ आक्रोशित ग्रामीणों ने आंदोलन का शंखनाद कर दिया। बुधवार को मशाल जुलूस निकाला, निर्धारित कार्यक्रम के तहत बाजार बंद की घोषणा की गई थी। आंदोलनकारी जुलूस के रूप में पुराना बस स्टैण्ड पर पहुंचे और व्यापारियों से बंद की अपील की। विद्युत वितरण कंपनी के खिलाफ किए जा रहे आंदोलन में विद्युत विभाग की हिटलरशाही रवैए के कारण विद्युत उपभोक्ता आंदोलन में शामिल थे। बाजार बंद के तहत निकले जुलूस में हजारों लोग शामिल हुए।
चाय व नाश्ता के लिए तरसे लोग
विद्युत वितरण कंपनी के तानाशाहीपूर्ण रवैए से त्रस्त जनता द्वारा किए गए बाजार बंद के तहत दुकानदार व व्यापारियों का व्यापक समर्थन मिला। गोहद नगर में चाय व नाश्ता तक की दुकानें बंद थीं जिसके चलते लोग परेशान नजर आए।
यह मिला आश्वासन
अनुविभागीय अधिकारी उमा करारे व आंदोलनकर्ताओं के बीच समझौता हुआ कि विद्युत बिल संबंधी समस्या निराकरण के लिए आवेदन नायब तहसीलदार आर.आर. रावत को दिए जाएंगे। भाजपा जिला उपाध्यक्ष दशरथ सिंह गुर्जर के खिलाफ दर्ज मामले में न्यायसंगत कार्रवाई की जाएगी।
सैकड़ों लोगों ने दिए आवेदन
आंदोलन के फलस्वरूप नायब तहसीलदार आर.आर. रावत के पास सैकड़ों आवेदन पहुंचे। नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर जांच प्रतिवेदन तैयार कर एसडीएम के यहां प्रस्तुत किए।
जनता के लिए आखिरी सांस तक लडूंगा
आमजन को संबोधित करते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष दशरथ सिंह गुर्जर ने कहा कि जनता की समस्या के लिए संघर्ष जारी रहेगा। विद्युत वितरण कंपनी की तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमें प्रशासन पर विश्वास है और आगे संगठन के आदेश पर कार्रवाई की जाएगी।