प्रवेश 124 का, उपस्थिति मात्र 24 की

ग्वालियर। नौगांव स्थित शासकीय विद्यालय की हालत बेहद गंभीर है। विद्यालय में गांव के लगभग सभी बच्चों ने प्रवेश तो लिया है लेकिन वे नियमित विद्यालय नहीं आते। इधर विद्यालय में बने शौचालयों पर ताले डाल दिए गए हंै।
शहर से मात्र 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नौगांव में दो शासकीय विद्यालय हैं। आठवी कक्षा तक संचालित इनमें से एक विद्यालय मेंशनिवार को एक से पांच तक की कक्षाओं में 124 बच्चों का दाखिला है जबकि छह से आठ में 104 छात्रों ने प्रवेश लिया है। लेकिन स्कूल में कक्षा प्रथम से लेकर आठवीं तक के छात्रों के लिए मात्र तीन कक्षाएं लग रही हैं। जिनमें प्राथमिक कक्षाओं में मात्र 24 छात्र उपस्थित थे वहीं छह से आठ तक की कक्षाओं में 31 छात्र। इस विद्यालय में दो शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।
नहीं होती पढ़ाई
बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय तो रोज खुलता है शिक्षक भी रोज आते हंै लेकिन बच्चों को पढ़ाया नहीं जाता। जिसके कारण बच्चे विद्यालय के बाहर खेलते रहते हंै। पढ़ाई नहीं होने के कारण बच्चों का भी मन विद्यालय आने के लिए नहीं करता, साथ ही हम भी उन पर ज्यादा जोर नहीं देते।

शौचालय पर ताले
विद्यालय में पढऩे के लिए आने वाले बच्चों को शौच के लिए खुले में नहीं जाना पड़े इसके लिए विद्यालय के प्रांगण में तीन शौचालय बनाए गए हैं लेकिन इनमें ताले डले हैं जिसके कारण बच्चों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है।

''शौचालय को साफ करने के लिए सफाई कर्मचारी नहीं है, हमें खुद साफ करना पड़ता है। खुला रखते हंै तो ग्रामीण इसे गंदा कर देतें हैं। चपरासी नहीं होने के कारण शिक्षकों को साफ- सफाई करनी पड़ती है। बच्चों को अच्छे से विद्यालय में पढ़ाया जाता है।''

लाल सिंह गुर्जर
प्रधान अध्यापक, शासकीय विद्यालय नौगांव

''स्कूल के शौचालय क्यों बंद है, इसकी हम कल ही जांच कराएंगे साथ ही हम ग्रामीणों से भी बात कर उनकी शिकायतें सुनेंगे और उन्हें भी समझाइश देंगे कि वह अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजें।''
संजीव शर्मा
जिला परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र ग्वालियर

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