मुंबई | 18 नौसैनिकों सहित डूबी पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक से पांच क्षतविक्षत शव बरामद किए गए। नौसेना ने घोषणा कर दी है कि किसी के भी जीवित बचे होने की संभावना नहीं है। पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक से निकाले गए पांच नाविकों के शवों के परीक्षण में पाया गया है कि उनकी मौत जलने और डूबने से हुई। गोताखोरों ने सिंधुरक्षक पर तैनात अन्य कर्मचारियों की खोज का अभियान जारी रखा। एक अधिकारी ने कहा कि पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए के नमूने और दांतों के निशान ले लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। भारतीय नौसेना के सामने आई इस भयानक आपदा में पोतगाह में खड़ी रूस द्वारा निर्मित किलो क्लास पनडुब्बी में बीते 13 अगस्त की मध्यरात्रि के समय आग लग गई थी। फिर यह कम गहराई वाले समुद्र में आंशिक रूप से डूबने लगी था। इस पनडुब्बी पर तैनात तीन अधिकारियों समेत कुल 18 नौसैनिकों में से पांच लोगों के शव मिल सके हैं।