आज से शुरू होगा आईबीएल, नई उड़ान को भारत तैयार

नई दिल्ली। तमाम उठापठक और विवादों के बीच आखिरकार विश्व की सबसे बड़ी बैडमिंटन प्रतियोगिता इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) का लंबा इंतजार खत्म हो जाएगा। आईपीएल की तर्ज पर और सुदीरमन कप टूर्नामेंट के स्वरूप में थोड़े हेर-फेर के साथ दिल्ली के सिरी फोर्ट खेल परिसर में आयोजित किये जा रहे इस टूर्नामेंट का आज से आगाज होने जा रहा है। वहीं सबकी निगाहें इस प्रतियोगिता पर टिकी हैं, क्योंकि बैडमिंटन के इतिहास में यह पहली बार होने जा रहा है। अब देखना यह है कि आईपीएल की तरह यह प्रतियोगिता भी सफल होती है या नहीं।
दिल्ली स्मैशर्स और पुणे पिस्टंस टीमों के बीच होने वाले मुकाबले से साथ आज यह प्रतियोगिता पूरी तरह से अस्तित्व में आ जाएगी। क्रिकेट, हॉकी तथा मुक्केबाजी के बाद अब बैडमिंटन भी शहर आधारित लीग टूर्नामेंट से रू-ब-रू होने के लिए तैयार है, जिसमें बैडमिंटन के सभी अग्रणी देशों के लगभग सभी शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। टूर्नामेंट का आयोजन 14 से 31 अगस्त के बीच किया जाएगा।
टूर्नामेंट की ट्रॉफी का कल दिल्ली में अनावरण किया गया। इस अवसर पर ज्वाला गुट्टा, विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य जीतने वाली पीवी सिंधु, भारत के लिए ओलम्पिक में बैडमिंटन में कांस्य जीतने वाली सायना नेहवाल, विश्व चैम्पियनशिप में गुट्टा के साथ कांस्य जीत चुकी अश्विनी पोनप्पा और लंदन ओलम्पिक में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाले पारूपल्ली कश्यप मौजूद थे।
इससे पहले टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों की नीलामी को तीन-तीन बार टालने के बाद पहले आईबीएल टूर्नामेंट पर संदेह के बादल मंडराने लगे थे। जिसके बाद आखिरकार 22 जुलाई को नीलामी पूरी कर ली गई, लेकिन नीलामी के बाद भी विवाद ने इस लीग का दामन नहीं छोड़ा। कुछ खिलाड़ियों ने नीलामी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए और आरोप लगाया कि उनकी कीमत उनकी आधार कीमत से कम लगाई गई।
टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली छह फ्रेंचाइजी टीमों में, हैदराबाद हॉटशॉट्स, बांगा बीट्स, क्रिश दिल्ली स्मैशर्स, अवध वारियर्स, पुणे पिस्टंस और मुम्बई मास्टर्स शामिल हैं। प्रत्येक टीम में छह भारतीय, चार विदेशी तथा एक भारतीय जूनियर खिलाड़ी को शामिल किया गया है।
टूर्नामेंट में पांच श्रेणी में प्रतिस्पर्धा होगी। प्रत्येक टीम को पुरुष एकल की दो, महिला एकल, पुरुष युगल तथा मिश्रित युगल की एक-एक प्रतिस्पर्धाओं से गुजरना होगा। महिला युगल श्रेणी को शामिल नहीं किया गया है। इस प्रकार 14 से 31 अगस्त के बीच 18 दिन चलने वाले इस टूर्नामेंट में कुल 90 मैच खेले जाएंगे। हालिया विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत को मिली सफलता को देखते हुए भारत के लिहाज से टूर्नामेंट को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।