उत्तराखंड में भारी बारिश से राहत कार्य प्रभावित

देहरादून | उत्तराखंड में ताजा बारिश के चलते आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य बुरी तरह बाधित हो गया। राहत सामग्री पहुंचाने वाले हेलीकॉप्टर कम दृश्यता की वजह से उड़ान नहीं भर सके। राज्य के रूद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिलों सहित अधिकतर स्थानों पर बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरकाशी जिले में ताजा बारिश से भागीरथी नदी एक बार फिर उफान पर है जिससे प्रशासन को इसके किनारों पर बने मकानों में रह रहे लोगों को ऐहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा।
जिला मजिस्ट्रेट दिलीप जावलकर ने बताया कि रूद्रप्रयाग जिले में केदार घाटी में खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इससे प्रभावित गांवों में आपदा के 20वें दिन राहत सामग्री पहुंचाने में विलम्ब हुआ है। कल हुई ताजा बारिश के चलते प्रशासन को अलर्ट जारी करना पड़ा और इसने अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी।
पुलिस महानिदेशक सत्यव्रत बंसल ने बताया कि केदार घाटी में बारिश ने शवों के अंतिम संस्कार की गति भी धीमी कर दी है और अब तक एक हफ्ते में केवल 72 शवों की ही अंत्येष्टि की जा सकी है। अधिकारियों ने कहा कि अभी केवल हेलीकॉप्टर से ही राहत सामग्री पहुंचाना एकमात्र विकल्प है और अब प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों को ठीक करने पर ध्यान केंद्रित है, ताकि प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके। मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि 15 जुलाई तक सड़कें खुल जाएं। राज्य में, खासकर नैनीताल, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर प्रशासन किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क है।
पिथौरागढ़ का दौरा करने वाले राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री यशपाल आर्य ने अधिकारियों को जिले में प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने और उनके पुनर्वास के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए । इन खबरों के बीच कि परिवहन में आ रही दिक्कतों की वजह से टनों राहत सामग्री विभिन्न स्थानों पर सरकारी गोदामों में ही अटकी है, राज्य सरकार के एक आकलन में कहा गया कि किसी भी प्रभावित गांव में खाद्य सामग्री की कोई कमी नहीं है। इसमें कहा गया कि नागरिक विभाग ने राहत सामग्री की नियमित आपूर्ति के अलावा सामग्री ले जा रहे 393 वाहन आपदा प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों में भेजे हैं।